Yoga For Thyroid Patients: योग करने से न सिर्फ शरीर स्वास्थ्य होता है, बल्कि मन भी शांत रहता है. योग कई बीमारियों से लड़ने के लिए फायदेमंद माना जाता है. थायराइड के लिए योग (Yoga For Thyroid) काफी कारगर हो सकता है. वैसे तो थायराइड (Thyroid) से कई तरीकों से बचाव किया जा सकता है, लेकिन योगासन कर थायराइड से छुटकारा (Get Rid Of Thyroid) पाया जा सकता है. कुछ लोग थायराइड के लिए घरेलू नुस्खे (Home Remedies For Thyroid) अपनाते हैं, लेकिन क्या भला योग से बेहतर कुछ हो सकता है. इन दिनों योग करने के कई तरीके प्रचलित हो चुके हैं. जिस तरह आजकल हमारा लाइफस्टाइल है उसके मद्देनजर योग का महत्व और बढ़ जाता है.
हमारी एक गलती कई तरह की शारीरिक परेशानियों को जन्म दे देती है और थायराइड (Thyroid) भी उन्हीं में से एक है. शारीरिक रूप से कमजोर लोगों के लिए योग ही एकमात्र ऐसा तरीका है जो तंदुरस्त रख सकता है. थायरॉइड एक ऐसी बीमारी हो गई है, जो दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. थायराइड गर्दन में पाई जाने वाली एक ग्रंथि है जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने का काम करती है. जब थायराइड ग्रंथि (Thyroid Gland) ज्यादा थायरॉक्सिन हार्मोन को पैदा करने लगती है तो इंसान कई परेशानियों का शिकार हो जाता है. थायरॉइड की समस्या (Thyroid Problem) से परेशान लोगों के लिए योग काफी कारगर हो सकता है. यहां बताए गए योगासन से थायराइस से बचाव किया जा सकता है.
थायराइड के लिए कारगर हैं ये योगासन | These Yogasans Are Effective For Thyroid
1. विपरीत करनी
विपरीत करनी योग से थायराइड से छुटकारा पाया जा सकता है. इस योग का रोजाना अभ्यास आपको कमर दर्द और घुटनों के दर्द से भी राहत दिला सकता है. इस योगासन का अभ्यास करना बहुत ही आसान है. थायराइड रोगियों के लिए यह योगासन काफी फायदेमंद हो सकता है.
विपरीत करनी योगासन करने का तरीका
- आप दीवार की तरफ मुंह करके बैठ जाएं.
- हाथों को सहारा लेते हुए पीछे की ओर झुक जाएं और कूल्हों और पैरों को ऊपर उठाकर सीधे दीवार के साथ सटा लें.
- बांहों को शरीर से दूर फैला लें और हथेलियां ऊपर की ओर रहें.
- इस मुद्रा में करीब 5-15 मिनट तक रहें.
- फिर घुटनों को मोड़ते हुए दाई और घूम जाएं और सामान्य अवस्था में बैठ जाएं.
2. सर्वांगासन
सर्वांगासन का अभ्यास कर थायराइड से बचाव किया जा सकता है. यह कंधों के सहारे किया जाने वाला योग है. इसे करते हुए पूरे शरीर का भार कंधों पर आता है और इससे पूरे शरीर पर असर पड़ता है. सर्वांगासन का अभ्यास करते समय गर्दन और कंधों पर जोर पड़ता है. इससे न सिर्फ आपके कंधे मजबूत हो सकते हैं बल्कि पाचन को बेहतर करने में भी मदद मिल सकती है.
सर्वांगासन करने का तरीका
- जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं. हाथों को शरीर के साथ सीधा सटाकर रखें.
- अपने पैरों को धीरे-धीरे ऊपर उठाते हुए पीछे की तरफ ले जाएं.
- इसके बाद अपने कूल्हों और कमर को भी ऊपर की ओर उठा लें.
- इसके बाद कोहनियों को जमीन पर टिकाते हुए पीठ को अपने हाथों के जरिए सहारा दें और पैरों और घुटनों को ऊपर की ओर बिल्कुल सीधा कर दें.
- इसी मुद्रा में करीब एक-दो मिनट तक रहें और लंबी-गहरी सांस लेते रहें.
- अब वापस पैरों को पीछे की ओर ले जाएं और हाथों को सीधा करते हुए कमर को जमीन से सटाएं और पैरों को धीरे-धीरे वापस जमीन पर ले आएं.
3. मत्सयासन
मत्सयासन के कई फायदे होते हैं. इस आसन का अभ्यास कर कई परेशानियों को दूर किया जा सकता है. इस आसान से न सिर्फ थायराइड में मदद मिल सकती है बल्कि इससे कमर दर्द में भी राहत मिल सकती है साथ ही गर्दन, कमर में खिंचाव को दूर किया जा सकता है. कब्ज की परेशानी के लिए भी इस आसन को किया जा सकता है.
मत्सयासन करने का तरीका
- पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं और हाथों का सहारा लेते हुए धीरे-धीरे पीछे की ओर झुकते हुए पीठ के बल लेट जाएं.
- हाथों की मदद से शरीर को ऊपर उठाएं और पैरों और सिर के बल पर शरीर को संतुलित कर लें.
- बाएं पैर को दाएं हाथ से और दाएं पैर को बाएं हाथ से पकड़ लें.
- इस स्थिति में रहते हुए ही धीरे-धीरे सांस लेते और छोड़ते रहें.
- करीब 30 सेकंड से एक मिनट तक इसी अवस्था में रहें.
- इसके बाद सांस छोड़ते हुए हाथों का सहार लेते हुए लेट जाएं और अपनी पहले की अवस्था में आएं.
4. हलासन
हलासन को काफी कारगर योग माना जाता है. हलासन को करने से कई समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. इस आसन का अभ्यास करना थोड़ा मुश्किल तो है लेकिन यह थायराइड रोगियों के लिए एक दम सही है. थायराइड से छुटकारा पाने के लिए इस आसन का अभ्यास रोजाना करें.
हलासन करने का तरीका
- पीठ के बल सीधा लेट जाएं और हाथों को भी शरीर से सटाकर सीधा रखें.
- पैरों को घुटने से मोड़े बिना धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाएं और फिर सांस छोड़ते हुए पीठ को उठाते हुए पैरों को पीछे की ओर ले जाएं. पैरों की अंगुलियों को जमीन से स्पर्श करने का प्रयास करें.
- करीब एक मिनट तक इस अवस्था में रहते हुए धीरे-धीरे मूल अवस्था में आ जाएं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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