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This Article is From Sep 20, 2023

World Alzheimer's Day: दिमाग की इस बीमारी के 6 वार्निंग साइन को लेकर रहें सचेत, सामान्य समझकर अनदेखी न करें

World Alzheimer's Day 2023: हर साल 21 सितंबर को वर्ल्ड अल्जाइमर डे मनाया जाता है. ये बीमारी सोच, याददाश्त और बिहेवियर पर भी बड़ा प्रभाव डालती है. यहां कुछ वार्निंग साइन है जो आपको बता होने चाहिए.

World Alzheimer's Day: दिमाग की इस बीमारी के 6 वार्निंग साइन को लेकर रहें सचेत, सामान्य समझकर अनदेखी न करें
World Alzheimer's Day 2023: ये बीमारी याददाश्त और बिहेवियर पर भी बड़ा प्रभाव डालती है.

World Alzheimer's Day 2023: अल्जाइमर एक न्यूरोडीजेनेरेटिव डिसऑर्डर है जिसमें प्रोग्रेसिव कॉग्नेटिव डिक्लाइन, मेमोरी लॉस और बिहेवियर चेंजेस होते हैं. ये डिमेंशिया के सबसे आम कारणों में से एक है, जो ब्रेन में एब्नॉर्मल प्रोटीन प्लाक या जमाव के कारण होता है, जिससे ब्रेन सेल्स को नुकसान होता है और नर्व्स कम्युनिकेशन में भी दिक्कत हो सकती है. रोग बढ़ने के साथ व्यक्तियों को भाषा, भ्रम, मनोदशा में बदलाव और डेली एक्टिविटीज को करने में परेशानी हो सकती है. यह बीमारी सोच, याददाश्त और बिहेवियर पर भी बड़ा प्रभाव डालती है. अब तक इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है. अल्जाइमर के कुछ वार्निंग साइन हैं जिन्हें कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

अल्जाइमर के इन वार्निंग साइन को नजरअंदाज न करें | Warning Sign of Alzheimer's Disease

1. प्लान बनाने में दिक्कत: किसी भी चीज को प्लान करने, कार्यों को व्यवस्थित करने या कार्यों को पूरा करने में कठिनाइयां पैदा हो सकती हैं.

2. काम पूरा करने में कठिनाई: मरीजों को उन अपने डेली काम को करने में कठिनाई हो सकती है. जैसे कि खाना बनाना, सफाई करना आदि. उन्हें काम को पूरा करने के लिए पहले की तुलना में ज्यादा समय और प्रयास की जरूरत हो सकती है.

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3. मनोदशा और व्यक्तित्व में बदलाव: भावनात्मक और व्यवहारिक बदलाव हो सकते हैं, जिनमें भ्रमित होना, संदेह करना, भयभीत होना, चिंतित होना या आसानी से परेशान हो जाना शामिल है.

4. विजुअल पहचानने में परेशानी: यह पढ़ने, दूरियों को पहचानने, रंग या तीन डायमेंशन वाली चीजों को समझने में कठिनाई हो सकती है.

4. समय और स्थान को लेकर भ्रम: रोगी तारीखों, मौसमों या समय बीतने का ध्यान खो सकते हैं. वे जगह और समय को लेकर भ्रमित हो सकते हैं.

5. लेखन को लेकर समस्याएं: मरीजों को सही शब्द ढूंढने, बातचीत करने और लिखने में कठिनाई हो सकती है.

6. याद रखने में की क्षमता: सीखी गई जानकारी, जरूरी डेट या घटनाओं को भूलना और उन चीजों के लिए परिवार के सदस्यों की मेमोरी पर निर्भर रहना शामिल हो सकता है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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