विज्ञापन
This Article is From Nov 01, 2019

Chhath Puja Kharna Vidhi 2019: खरना के प्रसाद में क्या बनाते हैं, किन चीजों को बनाने का है महत्व

Chhath Puja Kharna Vidhi 2019: छठ का महापर्व ज्यादातर उत्तरप्रदेश और बिहार-झारखंड में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. छठ पूजा का दूसरा दिन खरना है. इस दिन व्रत रखा जाता है और शाम को व्रती भोजन ग्रहण करते हैं. इसे खरना कहा जाता है. इस दिन अन्न और जल ग्रहण किए बिना उपवास किया जाता है.

Chhath Puja Kharna Vidhi 2019: खरना के प्रसाद में क्या बनाते हैं, किन चीजों को बनाने का है महत्व
Chhath Puja 2019: जानें खरना के प्रसाद में क्या बनाएं
  • जानें खरना में क्या बनाया जाता है.
  • खरना में इन चीजों को बनाने का है महत्व.
  • छठ का दूसरा दिन खरना होता है.
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

Chhath Puja Kharna Vidhi 2019: छठ का महापर्व ज्यादातर उत्तरप्रदेश और बिहार-झारखंड में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. छठ पूजा का दूसरा दिन खरना है. इस दिन व्रत रखा जाता है और शाम को व्रती भोजन ग्रहण करते हैं. इसे खरना कहा जाता है. इस दिन अन्न और जल ग्रहण किए बिना उपवास किया जाता है. खरना के दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. इस बार छठ का पर्व 31 अक्टूबर से नहाय खाय के साथ शुरू हो चुका है. इस व्रत में नदी, तालाब में जाकर भीगे देह से सूर्य भगवान की उपासना की जाती है. साथ ही प्रसाद में मौसमी फल, सब्जियां और अनाज का उपयोग किया जाता है. छठ पूजा का व्रत कठिन व्रतों में से एक माना जाता है. यह व्रत वर्ष में दो बार आता है- पहला चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को और दूसरा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि को. कार्तिक शुक्ल षष्ठी को पड़ने वाली छठ पूजा का महत्व ज्यादा है, इसे छठ पूजा, सूर्य षष्ठी पूजा, डाला छठ, छठ माई पूजा, छठी माई, छठ आदि नामों से जाना जाता है. व्रती छठ के दूसरे दिन खरना करेंगे. छठी मइया को प्रसन्न करने के लिए आज हर व्रती प्रसाद में चार चीजें जरूर रखता है. क्या आप जानते हैं क्या हैं वज चीजें अगर नहीं तो आइए हम बता रहें यहां...

Chhath Puja 2019: छठी मय्या को प्रसन्न करने के लिए छठ पूजा की थाल में रखें ये 6 चीजें

- क्या होता है खरना:

छठ में सूर्य की उपासना की जाती है. सूर्य उपासना का यह लोकपर्व छठ 4 दिनों तक मनाया जाता है, जिसकी शुरूआत नहाय-खाय से होती है. अगले दिन खरना किया जाता है. खरना का अर्थ शुद्धिकरण से लिया जाता है. व्रती नहाय खाय के दिन पूरा दिन उपवास रखकर केवल एक ही समय भोजन करते हैं. कहा जाता है कि व्रती अपने आप को शुद्ध करने के लिए खरना करते हैं. खरना के दिन व्रती छठ मैय्या की पूजा करके उन्हें गुड़ से बनी खीर का प्रसाद चढ़ाते हैं. खरने के दिन शाम होने पर गन्ने का जूस, गुड़ के चावल या गुड़ की खीर का प्रसाद बना कर बांटा जाता है. प्रसाद ग्रहण करने के बाद व्रती 36 घंटे का निर्जला व्रत करते हैं.

chaiti chhath kharna pujanChhath Puja 2019: छठ पूजा का दूसरा दिन खरना होता है

- खरना के प्रसाद में बनाई जाती हैं ये चीजें

खरने के दिन व्रती सुबह से निर्जला व्रत रखकर शाम को मिट्टी के चूल्हे पर गुड़ और चावल की खीर बनाई जाती है. रोटी और खीर को मौसमी फल और मिठाई के साथ एक केले के पत्ते पर रखकर प्रसाद को छठी मय्या को चढ़ाती हैं. इसके बाद व्रती खुद भी इस प्रसाद को ग्रहण करके परिवार के बाकी लोगों को भी प्रसाद बांटती है. प्रसाद चूल्हें पर आम की लकड़ियों में ही बनाया जाता है. 

World Vegan Day 2019: 5 देसी Vegan Breakfast रेसिपी, जिन्हें ट्राई करना तो बनता है

और खबरों के लिए क्लिक करें

High Protein Diet: ये 4 चीजें दिला सकती हैं शरीर के एक्स्ट्रा फैट से छुटकारा

Best Winter Fruits: हड्डियां और दांत होंगे मजबूत, वजन करें कम, बढ़ेगा खून और कंट्रोल होगी डायबिटीज, खाएं ये 5 मौसमी फल...

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com