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This Article is From Aug 30, 2023

Bahula Chouth 2023: इस दिन रखा जाएगा बहुला चौथ का व्रत, भूलकर भी न बनाएं गाय के दूध से प्रसाद, पूजा में चढ़ाएं इस दाल से बना भोग

पौराणिक कथाओं में भी ऐसा दर्ज है कि जो लोग बहुला चतुर्थी पर गायों की पूजा करते हैं उन पर भगवान कृष्ण प्रसन्न होते हैं और संतान प्राप्ति का वरदान देते हैं.

Bahula Chouth 2023: इस दिन रखा जाएगा बहुला चौथ का व्रत, भूलकर भी न बनाएं गाय के दूध से प्रसाद, पूजा में चढ़ाएं इस दाल से बना भोग
जानिए बहुला चौथ की तिथि और पूजा विधि.

Bhula Chouth 2023: हिंदू कैलेंडर के अनुसार जब भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चौथी यानी कि चतुर्थी तिथि आती है तब बहुला चौथ मनाई जाती है. जिसे बहुला चतुर्थी (Bahula chaturthi) के नाम से भी जानते हैं. इस खास दिन पर भक्त भगवान गणेश के साथ साथ भगवान कृष्ण का भी पूजन करते हैं. गायों का पूजन करने का इस दिन खास महत्व है. ऐसा भी माना जाता है जो लोग बहुला चौथ का व्रत करते हैं उन्हें संतान प्राप्ति का सुख मिलता है. पौराणिक कथाओं में भी ऐसा दर्ज है कि जो लोग बहुला चतुर्थी पर गायों की पूजा करते हैं उन पर भगवान कृष्ण प्रसन्न होते हैं और संतान प्राप्ति का वरदान देते हैं.

बहुला चतुर्थी तिथि, विधि एवं भोग रेसिपी| Bahula chaturthi Date, Pujan Vidhi And Bhog Recipe

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तिथि और पूजा विधि

इस साल बहुला चतुर्थी के लिए शुभ मुहूर्त 2 सितंबर 2023 को रात 8.49 मिनट से शुरू होगा और अगले दिन यानी कि 3 सितंबर 2023 की शाम 6.24 तक जारी रहेगा.

इस दिन के पूजन में खासतौर से गाय और बछड़े की पूजा की जाती है. व्रत और संकल्प की शुरुआत सुबह के साथ ही हो जाती है. लेकिन पूजन का सही समय शाम का ही माना जाता है. बहुला चौथ का व्रत रखने वाले बहुला के लिए अलग अलग पकवान तैयार करते हैं. पूजा में विशेष ध्यान इस बात का रखा जाता है कि कोई भी पकवान गाय के दूध से बना हुआ नहीं होना चाहिए. गाय और बछड़े के साथ साथ भगवान गणेश और भगवान कृष्ण की पूजा भी होती है. पूजन के बाद बहुला व्रत कथा का पाठ भी होता है.

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भोग रेसिपी

बहुला चौथ पर सत्तू का भोग चढ़ाया जाता है साथ ही उड़द दाल के बड़े भी अर्पित किए जाते हैं. उड़द दाल के बड़े बनाने के लिए दाल को एक रात पहले ही भिगो कर रख दें. बड़े बनाने से पहले दाल का पानी निथारकर दाल को दरदरा पीसना है. इसमें धनिया, जीरा, नमक, बारीक कटी हरी मिर्च, बारीक कटा हरा धनिया मिलाकर पेस्ट तैयार करना है. तेल गर्म कर उन्हें बड़े के आकार में फ्राई करना है. चूंकि ये पूजन में चढ़ने वाले बड़े हैं इसलिए इन में प्याज या लहसुन नहीं मिलाना है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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