
अजय देवगन
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फिल्मों में आने से पहल पैशन नहीं था एक्टिंग का
असली घटना पर फिक्शनल कहानी है बादशाहो
एक्शन से भरपूर है फिल्म
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जब सिक्ता ने अजय से पूछा कि आपकी फिल्मों में आने की कोई इच्छा थी. फिर भी फिल्मों में आए, लेकिन कोई भी काम करने के लिए पैशन चाहिए होता है. अजय ने कहा, “फिल्म में आने से पहले मेरा कोई पैशन नहीं था. जब मैंने काम शुरू किया तो मैंने डिसाइड किया कि अब करूंगा तो ठीक से करूंगा. हिट हो गई तो ठीक. नहीं तो अपना पोर्टफोलियो लेकर घूमूंगा नहीं.” जब उनसे पूछा गया कि अनिल कपूर ने आपसे आपकी पहली फिल्म फूल और कांटे की डेट आगे बढ़ाने के लिए कहा था क्योंकि उनकी लम्हे रिलीज हो रही थी तो उन्होंने कहा, “उन्होंने अपनी तरफ से सजेशन दिया था कोई और डेट ले लो. मैं उस समय नया था. प्रोड्यूसर के ऊपर सबकुछ था. मैं कभी भी इनसिक्योर नहीं रहा. फिल्म रिलीज के दो हफ्ते बाद अनिल कपूर का फोन आया और उन्होंने कहा कि तूने तो हमारी फिल्म का बैंड बजा दिया.”
Video: सिनेमा के 'बादशाहो'
अजय ने यह भी कहा कि मैंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा है. उन्होंने बताया, “मैं बहुत ज्यादा पीछे मुड़कर देखता नहीं हूं क्योंकि फिर आदमी पीछे ही देखता रहता है आगे देखने का टाइम ही नहीं मिलता है. अगली बार वही गलती न करें. यही कोशिश होनी चाहिए.”
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