नई दिल्ली:
आगामी फिल्म 'बैंक चोर' में विवेक ओबरॉय और रितेश देशमुख अहम किरदारों में दिखाई देंगे. 16 जून को रिलीज होने वाली यह फिल्म अपने टाइटल 'बैंक चोर' की वजह से सुर्खियों में है. फिल्म के नाम को लेकर सेंसर बोर्ड ने आपत्ति जताई है. सेंसर की मानें तो यह नाम उन्हें सुनने में अपशब्द जैसा लगता है. इसी बीच खबरें आ रही हैं कि विवेक ओबरॉय अब संस्कारी एक्टर बनने जा रहे हैं. एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में विवेक ने कहा कि वे नहीं जानते आगे एडल्ट कॉमेडी फिल्में करेंगे या नहीं.
हाल ही में खबरें आई थी कि रितेश देशमुख ने एडल्ट कॉमेडी फिल्मों से किनारा कर लिया है. अब विवेक भी उन्हीं की राह पर चलते हुए इस तरह की फिल्मों को छोड़ने वाले हैं. विवेक के मुताबिक, "एडल्ट कॉमेडी कभी भी मेरे प्रदर्शकों की सूची में नहीं थी. मैं ढोंगी नहीं हूं. अगर मैंने कोई फिल्म बनाई है, तो इसे जांच परखकर और बेमिसाल तरीके से किया है. हालांकि, अब मैं जिस स्थिति में हूं, मुझे पता नहीं कि मैं आगे एडल्ट कॉमेडी फिल्में करूंगा."
गौरतलब है कि, विवेक ने अपने करियर की शुरुआत राम गोपाल वर्मा की फिल्म 'कंपनी' से की थी. 2002 में रिलीज हुई इस फिल्म के लिए उन्होंने बेस्ट डेब्यू का फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता था. फिल्म मस्ती (2004) के जरिए वे एडल्ट कॉमेडी फिल्मों के क्षेत्र में उतरे. 'मस्ती' के बाद ग्रैंड मस्ती (2013) और ग्रेट ग्रैंड मस्ती (2016) में इस तरह का किरदार विवेक ने पर्दे पर निभाया.
पिछले महीने ऐसी खबरें आई थी कि संजय दत्त ने फिल्म 'टोटल धमाल' में काम करने से मना कर दिया है. दरअसल, एडल्ट कॉमेडी होने के कारण संजय ने फिल्म को न कह दिया था. संजय दत्त के पास डेट्स की भी कमी है और यही कारण है कि पहले 'धमाल' और फिर 'डबल धमाल' का हिस्सा रह चुके संजय दत्त अब इस सीरीज की तीसरी फिल्म 'टोटल धमाल' का हिस्सा नहीं बन रहे हैं.
सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया, 'तारीखों की अनुपलब्धता के अलावा, संजय दत्त अब एडल्ट कॉमेडी फिल्में नहीं करना चाहते, क्योंकि वह नहीं चाहते कि उनके बच्चे उन्हें एडल्ट कॉमेडी जैसी फिल्मों में देखे, इसलिए उन्होंने इस फिल्म को करने से मना कर दिया." संजय के तीन बच्चे हैं -बेटियां तृष्णा और इक्रा, तथा बेटा शाहरान.
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हाल ही में खबरें आई थी कि रितेश देशमुख ने एडल्ट कॉमेडी फिल्मों से किनारा कर लिया है. अब विवेक भी उन्हीं की राह पर चलते हुए इस तरह की फिल्मों को छोड़ने वाले हैं. विवेक के मुताबिक, "एडल्ट कॉमेडी कभी भी मेरे प्रदर्शकों की सूची में नहीं थी. मैं ढोंगी नहीं हूं. अगर मैंने कोई फिल्म बनाई है, तो इसे जांच परखकर और बेमिसाल तरीके से किया है. हालांकि, अब मैं जिस स्थिति में हूं, मुझे पता नहीं कि मैं आगे एडल्ट कॉमेडी फिल्में करूंगा."
गौरतलब है कि, विवेक ने अपने करियर की शुरुआत राम गोपाल वर्मा की फिल्म 'कंपनी' से की थी. 2002 में रिलीज हुई इस फिल्म के लिए उन्होंने बेस्ट डेब्यू का फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता था. फिल्म मस्ती (2004) के जरिए वे एडल्ट कॉमेडी फिल्मों के क्षेत्र में उतरे. 'मस्ती' के बाद ग्रैंड मस्ती (2013) और ग्रेट ग्रैंड मस्ती (2016) में इस तरह का किरदार विवेक ने पर्दे पर निभाया.
पिछले महीने ऐसी खबरें आई थी कि संजय दत्त ने फिल्म 'टोटल धमाल' में काम करने से मना कर दिया है. दरअसल, एडल्ट कॉमेडी होने के कारण संजय ने फिल्म को न कह दिया था. संजय दत्त के पास डेट्स की भी कमी है और यही कारण है कि पहले 'धमाल' और फिर 'डबल धमाल' का हिस्सा रह चुके संजय दत्त अब इस सीरीज की तीसरी फिल्म 'टोटल धमाल' का हिस्सा नहीं बन रहे हैं.
सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया, 'तारीखों की अनुपलब्धता के अलावा, संजय दत्त अब एडल्ट कॉमेडी फिल्में नहीं करना चाहते, क्योंकि वह नहीं चाहते कि उनके बच्चे उन्हें एडल्ट कॉमेडी जैसी फिल्मों में देखे, इसलिए उन्होंने इस फिल्म को करने से मना कर दिया." संजय के तीन बच्चे हैं -बेटियां तृष्णा और इक्रा, तथा बेटा शाहरान.
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