नई दिल्ली:
बॉलीवुड अभिनेत्री सोनम कपूर ने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर और इन्स्टाग्राम पर एक तस्वीर शेयर की, जिसे देखकर एक बार फिर याद आ गई देश की उस बेटी की कहानी, जिसे भारत सरकार ने तो शांतिकाल का सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार 'अशोक चक्र' दिया ही, पाकिस्तान ने भी नाकाबिल-ए-यकीन इंसानियत का मुज़ाहिरा करने के लिए 'तमगा-ए-इंसानियत' अवार्ड से नवाज़ा।
दरअसल, सोनम कपूर एक फिल्म में काम कर रही हैं, जिसमें वह इस बहादुर बाला की भूमिका निभाने जा रही हैं। इस वीर भारतीय बेटी का नाम नीरजा भनोट था, जो 5 सितंबर, 1986 को कुछ बच्चों को बचाते हुए उन आतंकवादियों की गोलियों की शिकार हो गई थी, जिन्होंने उसके विमान को पाकिस्तान में हाईजैक किया था।
हुआ यूं था कि 5 सितंबर, को पाकिस्तान के कराची एयरपोर्ट पर आतंकवादियों ने मुंबई से न्यूयार्क जाने वाली पैन एम फ्लाइट-73 को कब्जे में ले लिया। नीरजा भनोट उस फ्लाइट की सीनियर फ्लाइट परसर थीं, और प्लेन की ज़िम्मेदारी उनके कंधों पर आ चुकी थी, क्योंकि हाईजैक की ख़बर मिलते ही पायलट और को-पायलट प्लेन छोड़कर भाग गए थे। हिम्मत न हारते हुए मौका पाते ही नीरजा ने विमान का एमरजेंसी गेट खोला और एक-एक कर लगभग 360 यात्रियों को बाहर निकालना शुरू कर दिया।
धीरे-धीरे जब सिर्फ तीन छोटे बच्चों को छोड़कर सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकल चुके थे, आतंकवादियों की नज़र उस पर पड़ गई। भाग निकलने का मौका होते हुए भी नीरजा डटी रही, और उन बच्चों को गेट से बाहर धकेल दिया। वे बच्चे तो सुरक्षित बच गए, लेकिन गोलियों की बौछार से नीरजा न बच सकी, और उम्र के 23 साल पूरे करने से दो दिन पहले ही शहीद हो गई।
नीरजा के परिजनों को भी रात 10 बजे तक बेटी की शहादत की सूचना मिल चुकी थी, जो पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अगले दिन उसके घर लौटने का इंतज़ार कर रहे थे, लेकिन नीरजा एक दिन 'देर से' घर पहुंची, कफन में लिपटी हुई। मुंबई के एयरपोर्ट पर नीरजा के परिजनों के अलावा सैकड़ों-हज़ारों हिन्दुस्तानियों की भीड़ जमा हो चुकी थी, जो अपनी 'नायिका' के अंतिम दर्शनों के लिए आए थे। अगले दिन नीरजा के पार्थिव शरीर को पंचतत्व के सुपुर्द कर दिया गया।
नीरजा को मिले वीरता पुरस्कारों के अतिरिक्त भारतीय डाक विभाग ने भी उसकी याद में वर्ष 2004 में एक डाकटिकट जारी किया था, तथा 1990 के दशक की शुरुआत में मुंबई महानगर पालिका ने घाटकोपर (पूर्वी) इलाके में एक चौराहे का नाम नीरजा भनोट चौक रखा था, जिसका उद्घाटन बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने किया था।
अब नीरजा भनोट को लेकर जो फिल्म बन रही है, उसमें सोनम कपूर के अलावा शबाना आज़मी और शेखर रवजियानी मुख्य भूमिकाओं में दिखाई देंगे। फिल्म के निर्माता हैं अतुल कसबेकर, जो फॉक्स स्टार स्टूडियोज़ के बैनर तले इसका निर्माण कर रहे हैं। फिल्म के निर्देशन जिम्मा सौंपा गया है राम माधवानी को, जो सैविन कादरा की लिखी कहानी और पटकथा को पर्दे पर उतारेंगे।
दरअसल, सोनम कपूर एक फिल्म में काम कर रही हैं, जिसमें वह इस बहादुर बाला की भूमिका निभाने जा रही हैं। इस वीर भारतीय बेटी का नाम नीरजा भनोट था, जो 5 सितंबर, 1986 को कुछ बच्चों को बचाते हुए उन आतंकवादियों की गोलियों की शिकार हो गई थी, जिन्होंने उसके विमान को पाकिस्तान में हाईजैक किया था।
हुआ यूं था कि 5 सितंबर, को पाकिस्तान के कराची एयरपोर्ट पर आतंकवादियों ने मुंबई से न्यूयार्क जाने वाली पैन एम फ्लाइट-73 को कब्जे में ले लिया। नीरजा भनोट उस फ्लाइट की सीनियर फ्लाइट परसर थीं, और प्लेन की ज़िम्मेदारी उनके कंधों पर आ चुकी थी, क्योंकि हाईजैक की ख़बर मिलते ही पायलट और को-पायलट प्लेन छोड़कर भाग गए थे। हिम्मत न हारते हुए मौका पाते ही नीरजा ने विमान का एमरजेंसी गेट खोला और एक-एक कर लगभग 360 यात्रियों को बाहर निकालना शुरू कर दिया।
धीरे-धीरे जब सिर्फ तीन छोटे बच्चों को छोड़कर सभी यात्री सुरक्षित बाहर निकल चुके थे, आतंकवादियों की नज़र उस पर पड़ गई। भाग निकलने का मौका होते हुए भी नीरजा डटी रही, और उन बच्चों को गेट से बाहर धकेल दिया। वे बच्चे तो सुरक्षित बच गए, लेकिन गोलियों की बौछार से नीरजा न बच सकी, और उम्र के 23 साल पूरे करने से दो दिन पहले ही शहीद हो गई।
नीरजा के परिजनों को भी रात 10 बजे तक बेटी की शहादत की सूचना मिल चुकी थी, जो पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अगले दिन उसके घर लौटने का इंतज़ार कर रहे थे, लेकिन नीरजा एक दिन 'देर से' घर पहुंची, कफन में लिपटी हुई। मुंबई के एयरपोर्ट पर नीरजा के परिजनों के अलावा सैकड़ों-हज़ारों हिन्दुस्तानियों की भीड़ जमा हो चुकी थी, जो अपनी 'नायिका' के अंतिम दर्शनों के लिए आए थे। अगले दिन नीरजा के पार्थिव शरीर को पंचतत्व के सुपुर्द कर दिया गया।
On the birth anniversary of #NeerjaBhanot, RT to salute the youngest Ashok Chakra recipie… http://t.co/d1utkHBIQd pic.twitter.com/r3jqlu2T8O
— Sonam Kapoor (@sonamakapoor) September 7, 2015
नीरजा को मिले वीरता पुरस्कारों के अतिरिक्त भारतीय डाक विभाग ने भी उसकी याद में वर्ष 2004 में एक डाकटिकट जारी किया था, तथा 1990 के दशक की शुरुआत में मुंबई महानगर पालिका ने घाटकोपर (पूर्वी) इलाके में एक चौराहे का नाम नीरजा भनोट चौक रखा था, जिसका उद्घाटन बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने किया था।
अब नीरजा भनोट को लेकर जो फिल्म बन रही है, उसमें सोनम कपूर के अलावा शबाना आज़मी और शेखर रवजियानी मुख्य भूमिकाओं में दिखाई देंगे। फिल्म के निर्माता हैं अतुल कसबेकर, जो फॉक्स स्टार स्टूडियोज़ के बैनर तले इसका निर्माण कर रहे हैं। फिल्म के निर्देशन जिम्मा सौंपा गया है राम माधवानी को, जो सैविन कादरा की लिखी कहानी और पटकथा को पर्दे पर उतारेंगे।
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