Mumbai:
'आरक्षण' में मुख्य भूमिका निभाने वाले अभिनेता सैफ अली खान का कहना है कि लोगों की अपनी-अपनी राजनीति है और इसी वजह से इस फिल्म पर विवाद हो रहा है। यह फिल्म शैक्षिक संस्थानों में जाति आधारित 'आरक्षण' पर बनी है। सैफ ने मुम्बई से एक साक्षात्कार में कहा, "मुझे आश्चर्य हो रहा है कि लोग फिल्म को देखे बिना ही इस पर विवाद खड़े कर रहे हैं। वे इस फिल्म को निशाना बनाकर राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं। वे जागरूकता पैदा करने के स्थान पर सिर्फ सनीसनी फैला रहे हैं।" उन्होंने कहा, "यहां तक कि सेंसर बोर्ड ने भी फिल्म में बिना किसी काट-छांट के उसे यू/ए प्रमाणपत्र दे दिया है। कुछ लोगों के अपने राजनीतिक मकसद हैं और वे अंतिम समय में स्थितियों को मुश्किल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।" फिल्मकार प्रकाश झा के निर्देशन में बनी 'आरक्षण' 12 अगस्त को प्रदर्शित होगी। सैफ के अलावा अमिताभ बच्चन, दीपिका पादुकोण, मनोज बाजपेयी और प्रतीक बब्बर ने इसमें मुख्य भूमिका निभाई है। हाल ही में रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के कार्यकर्ताओं ने झा के मुम्बई स्थित घर व कार्यालय पर हमला किया था। उन्होंने फिल्म का प्रदर्शन रुकवाने के उद्देश्य से ऐसा किया। दूसरी ओर पटना के एक दलित समूह को एक पूर्व शाही घराने से ताल्लुक रखने वाले सैफ को फिल्म में एक दलित के रूप में पेश किए जाने पर आपत्ति है। उत्तर प्रदेश सरकार ने फिल्म के थियेटरों में प्रदर्शन से पहले इसके एक विशेष प्रदर्शन के लिए कहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके इसका राज्य की कानून-व्यवस्था पर तो कोई असर नहीं होगा। सैफ ने कहा, "फिल्म को लेकर विवाद काफी बढ़ गए हैं। पुलिस की एक गाड़ी हमेशा मेरे घर के बाहर खड़ी रहती है। कुछ मूर्ख लोग अपने कुछ मकसदों के कारण यह सब कर रहे हैं। झा एक ईमानदार फिल्मकार हैं और उनके साथ यह सब कुछ नहीं होना चाहिए।" उन्होंने स्वीकार किया कि वह इस फिल्म में काम करने से पहले आरक्षण के खिलाफ थे लेकिन अब उन्हें इसकी आवश्यकता महसूस होती है। सैफ ने कहा, "मैं इस फिल्म का हिस्सा बनने से पहले आरक्षण के खिलाफ था लेकिन अब मुझे लगता है किसी तरह का आरक्षण होना चाहिए क्योंकि देश में बहुत से सुविधाहीन लोग हैं और उन्हें आगे बढ़ाने की जरूरत है।"
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
सैफ अली खान, आरक्षण, राजनीति