Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
मनीषा कोइराला, जेडी चक्रवर्ती, मधुशालिनी और अलाएना शर्मा... सभी एक्टर्स को फिल्म में सिर्फ डरना था, सो, एक्टिंग का ज़िक्र करना भी बेकार है...
'भूत रिटर्न्स' डेढ़ घंटे, यानि 90 मिनट की फिल्म है, और करीब 50 मिनट तक फिल्म के सभी किरदार भूत के साथ लुका-छिपी खेलते दिखते हैं... मुझे तो लगता है, अब हॉरर फिल्मों में यह सब कुछ कम होना चाहिए... मसलन, एक नौकर, जो शायद 'बीस साल बाद' से लेकर अब तक की लगभग सभी हॉरर फिल्मों में सबसे पहले 'बलि का बकरा' बनता है... डरावनी आवाज़ें निकालते दरवाज़े, और भूत को ढूंढने के लम्बे-लम्बे सीन्स, जो वैसे भी किसी भी हॉरर फिल्म में स्पेशल अपीयरेंस में होता है, और हमारी पुलिस की तरह आखिर में ही आता है...
खैर, निर्माता नितिन मनमोहन की इस फिल्म की सबसे अच्छी बात है इसकी 3-डी सिनेमाटोग्राफी, जिसकी बदौलत आपको कई जगह कमाल के 3-डी इफेक्ट्स देखने को मिलेंगे... मैं फिर कहूंगा कि एक्टर्स को फिल्म में सिर्फ डरना था, सो, एक्टिंग का ज़िक्र करना भी बेकार है... आखिर में यही कहूंगा कि बेहतर होगा कि अब रामू अपनी हॉरर फिल्मों में कुछ कहानियां भी डालना शुरू करें... सो, लगभग बिना कहानी की 'भूत रिटर्न्स' के लिए मेरी रेटिंग है 1.5 स्टार...
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
फिल्म समीक्षा, फिल्म रिव्यू, Film Review, प्रशांत सिसौदिया, Prashant Shishodiya, Prashant Sisodiya, Bhoot Returns, भूत रिटर्न्स, Ram Gopal Varma, मनीषा कोइराला, जेडी चक्रवर्ती, रामगोपाल वर्मा, Manisha Koirala, JD Chakravarthy, Bhoot Sequel, भूत का सीक्वेल