डब्बू रतनानी
नई दिल्ली:
प्रख्यात फोटोग्राफर डब्बू रत्नानी का कहना है कि पहले सेलेब्रिटी फोटोशूट करना ज्यादा आसान थे, अब उनके लिए काफी कुछ करना पड़ता है। 'इंडियाज नेक्स्ट टॉप मॉडल' के दूसरे सीजन के सह निर्णायक रत्नानी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय फैशन और मेकअप ब्रांड्स के उभरने और वैश्विक ट्रेंड्स की लोकप्रियता के कारण सेलेब्रिटी फोटोशूट्स का स्तर काफी ऊंचा हो गया है।
रत्नानी ने कहा, "अब फोटोशूट करने में काफी कुछ करना पड़ता है। पहले मैं केवल कलाकारों को कॉल करता था और वे कहते थे, 'कल हम व्यस्त नहीं हैं, चलिए फोटोशूट करते हैं'। यह आसान था।"
रत्नानी ने कहा, "अब हमें किसी पत्रिका द्वारा काम मिलता है। इसमें खास तरीके से काम करना पड़ता है जिसमें विवरण होता है कि 'किसी खास कारण से या खास लुक के लिहाज से यह ऐसे होना चाहिए।"
रत्नानी ने कहा कि आजकल कलाकार भी काफी पेशेवर हो गए हैं। पहले कपड़े भी बेहद अलग तरह के होते थे। रत्नानी ने कहा, "पहले अंतर्राष्ट्रीय स्टोर्स नहीं थे। अब यह स्थिति नहीं है। इसलिए सेलेब्रिटीज के फोटोशूट्स में फैशन का काफी प्रभाव है।"
उन्होंने कहा, "बड़े डिजाइनर्स भी चाहते हैं कि सेलेब्रिटीज उनके कपड़े पहनकर पत्रिका के आवरण के लिए मॉडलिंग करें। मेकअप, हेयरस्टाइल, पहले भारत में अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड्स का न होना, जैसे अन्य कारकों का काफी प्रभाव पड़ा है।" उन्होंने कहा, "फोटोशूट में अब यह सब चीजें काफी बदल गई हैं।"
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रत्नानी ने कहा, "अब फोटोशूट करने में काफी कुछ करना पड़ता है। पहले मैं केवल कलाकारों को कॉल करता था और वे कहते थे, 'कल हम व्यस्त नहीं हैं, चलिए फोटोशूट करते हैं'। यह आसान था।"
रत्नानी ने कहा, "अब हमें किसी पत्रिका द्वारा काम मिलता है। इसमें खास तरीके से काम करना पड़ता है जिसमें विवरण होता है कि 'किसी खास कारण से या खास लुक के लिहाज से यह ऐसे होना चाहिए।"
रत्नानी ने कहा कि आजकल कलाकार भी काफी पेशेवर हो गए हैं। पहले कपड़े भी बेहद अलग तरह के होते थे। रत्नानी ने कहा, "पहले अंतर्राष्ट्रीय स्टोर्स नहीं थे। अब यह स्थिति नहीं है। इसलिए सेलेब्रिटीज के फोटोशूट्स में फैशन का काफी प्रभाव है।"
उन्होंने कहा, "बड़े डिजाइनर्स भी चाहते हैं कि सेलेब्रिटीज उनके कपड़े पहनकर पत्रिका के आवरण के लिए मॉडलिंग करें। मेकअप, हेयरस्टाइल, पहले भारत में अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड्स का न होना, जैसे अन्य कारकों का काफी प्रभाव पड़ा है।" उन्होंने कहा, "फोटोशूट में अब यह सब चीजें काफी बदल गई हैं।"
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