नई दिल्ली:
89वें ऑस्कर समारोह में अपने भोले अंदाज से सभी का दिल जीतने वाले सनी पवार बुधवार को वापस भारत लौट आए. अमेरिका के लॉस एंजेलिस से भारत लौटे सनी का एयरपोर्ट पर पूरे गाजे-बाजे के साथ स्वागत किया गया. मंगलवार देर रात भारत वापस आए सनी के साथ उस समय उनके पिता दिलीप पवार भी थे. इस मौके पर सनी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि उसने ऑस्कर में काफी मजा किया है. सनी ने कहा, ' मैंने ऑस्कर में खूब मजा किया. मैं बहुत खुश हूं और बहुत मजा आया ऑस्कर में जाकर.' 89वें ऑस्कर समारोह में सनी पवार काफी छाये रहे. ऑस्कर के रेड कारपेट पर तो वह छाये ही रहे, साथ ही शो के दौरान भी होस्ट जिमी किमेल ने सनी पवार के साथ प्रसिद्ध 'द लॉयन किंग' मूमेंट भी किया जिसमें जिमी ने सनी को गोद में उठा लिया.
सनी को रिसीव करने कई लोग और मीडिया मुंबई ऐयरपोर्ट पर पहुंचा. यहां पहुंचे सनी को मिठाई खिलाई गई और उसका तिलक लगा कर स्वागत किया गया.
बता दें कि मुंबई की कलीना इलाके की झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाला यह 8 साल का लड़का, ऑस्कर में 6 नामांकन पाने वाली फिल्म 'लॉयन' का हिस्सा रहा है. भले ही यह फिल्म ऑस्कर न जीत पाई हो लेकिन इस नन्हें बच्चे ने सभी का दिल जीत लिया है. बीबीसी हिंदी की खबर के अनुसार भारत आए सनी ने बताया कि वह अपने को-स्टार देव पटेल के साथ लुका-छिपि खेलता था. सनी ने कहा, 'वहां लोगों से मिलकर बहुत मजा आया.'
लॉयन एक ऐसे लड़के की कहानी है जो 5 साल की उम्र में अपने परिवार से बिछड़ जाता है. इस लड़के को एक ऑस्ट्रेलियन परिवार ने गोद ले लिया और बाद में यह लड़का गूगल की मदद से भारत में अपने परिवार को खोजने की कोशिश करता है. बता दें कि यह फिल्म एक वास्तविक व्यक्ति की कहानी पर आधारित है.
सनी पवार के दादा ने पीटीआई को बताया कि उनके घर में खराब केबल कनेक्शन की वजह से उनका परिवार उन्हें ऑस्कर में नहीं देख पाया.
सनी को रिसीव करने कई लोग और मीडिया मुंबई ऐयरपोर्ट पर पहुंचा. यहां पहुंचे सनी को मिठाई खिलाई गई और उसका तिलक लगा कर स्वागत किया गया.
बता दें कि मुंबई की कलीना इलाके की झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाला यह 8 साल का लड़का, ऑस्कर में 6 नामांकन पाने वाली फिल्म 'लॉयन' का हिस्सा रहा है. भले ही यह फिल्म ऑस्कर न जीत पाई हो लेकिन इस नन्हें बच्चे ने सभी का दिल जीत लिया है. बीबीसी हिंदी की खबर के अनुसार भारत आए सनी ने बताया कि वह अपने को-स्टार देव पटेल के साथ लुका-छिपि खेलता था. सनी ने कहा, 'वहां लोगों से मिलकर बहुत मजा आया.'
लॉयन एक ऐसे लड़के की कहानी है जो 5 साल की उम्र में अपने परिवार से बिछड़ जाता है. इस लड़के को एक ऑस्ट्रेलियन परिवार ने गोद ले लिया और बाद में यह लड़का गूगल की मदद से भारत में अपने परिवार को खोजने की कोशिश करता है. बता दें कि यह फिल्म एक वास्तविक व्यक्ति की कहानी पर आधारित है.
सनी पवार के दादा ने पीटीआई को बताया कि उनके घर में खराब केबल कनेक्शन की वजह से उनका परिवार उन्हें ऑस्कर में नहीं देख पाया.
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