नई दिल्ली:
रणवीर सिंह का कहना है कि करियर के शुरुआती दौर में ही सफलता का स्वाद चख लेने के कारण उन्हें स्टारडम मिला, लेकिन उनके परिवार ने उन्हें जमीन से जोड़े रखने में मदद की।
रणवीर ने अपने अभिनय की शुरुआत वर्ष 2010 की हिट फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ से की थी। इसके बाद उन्होंने ‘लेडीज़ वर्सेज रिकी बहल’ की। 28 वर्षीय इस अभिनेता की हाल ही में प्रदर्शित फिल्म ‘लुटेरा’ भी काफी पसंद की गई है।
रणवीर जब भी कभी ‘खराब’ व्यवहार करने की कोशिश करते हैं, तो उनके पिता उन्हें डांट देते हैं।
रणवीर ने कहा, मेरे छोटे से परिवार में सभी एक-दूसरे से करीब से जुड़े हैं। मेरे परिवार के लोग, खासकर मेरे पिता, मेरे साथ पूरी तरह स्पष्टवादी हैं। मैं कहूंगा कि ऐसे भी अवसर आए हैं, जब मेरे पिता ने मुझे डांटते हुए कहा है, तुम कर क्या रहे हो? इस तरह से बर्ताव क्यों कर रहे हो? तुम वाकई खराब व्यवहार वाले होते जा रहे हो।’ इस तरह वे मुझपर नियंत्रण रखते हैं।
रणवीर ने कहा, और फिर मेरे पास 13-14 साल की उम्र से दो दोस्त हैं। वे ठीक वैसे ही हैं, जैसे सच्चे दोस्त होते हैं। वे मेरे काम की आलोचना भी करते हैं और कभी भी मुझे हवा में उड़ने नहीं देते। वे मुझे किसी आम लड़के की तरह ही महसूस करवाते हैं। जब आपके पास इतने करीबी लोग हों तो आपका दिमाग कभी खराब नहीं हो सकता। अभिनेता का कहना है कि वे स्टारडम के बारे में चिंता नहीं करते और इस इंडस्ट्री में लंबे समय के लिए टिके रहना चाहते हैं। रणवीर कहा कहना है कि वे आमिर खान की तरह अर्थपूर्ण सिनेमा का हिस्सा बनना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, मैं आमिर खान की तरह महत्वपूर्ण सिनेमा का हिस्सा बनना चाहता हूं। मुझे लगता है कि वह भारतीय सिनेमा को सबसे ज्यादा निर्धारित करने वाली फिल्मों का हिस्सा रहे हैं। यही मेरा लक्ष्य है।
रणवीर ने अपने अभिनय की शुरुआत वर्ष 2010 की हिट फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ से की थी। इसके बाद उन्होंने ‘लेडीज़ वर्सेज रिकी बहल’ की। 28 वर्षीय इस अभिनेता की हाल ही में प्रदर्शित फिल्म ‘लुटेरा’ भी काफी पसंद की गई है।
रणवीर जब भी कभी ‘खराब’ व्यवहार करने की कोशिश करते हैं, तो उनके पिता उन्हें डांट देते हैं।
रणवीर ने कहा, मेरे छोटे से परिवार में सभी एक-दूसरे से करीब से जुड़े हैं। मेरे परिवार के लोग, खासकर मेरे पिता, मेरे साथ पूरी तरह स्पष्टवादी हैं। मैं कहूंगा कि ऐसे भी अवसर आए हैं, जब मेरे पिता ने मुझे डांटते हुए कहा है, तुम कर क्या रहे हो? इस तरह से बर्ताव क्यों कर रहे हो? तुम वाकई खराब व्यवहार वाले होते जा रहे हो।’ इस तरह वे मुझपर नियंत्रण रखते हैं।
रणवीर ने कहा, और फिर मेरे पास 13-14 साल की उम्र से दो दोस्त हैं। वे ठीक वैसे ही हैं, जैसे सच्चे दोस्त होते हैं। वे मेरे काम की आलोचना भी करते हैं और कभी भी मुझे हवा में उड़ने नहीं देते। वे मुझे किसी आम लड़के की तरह ही महसूस करवाते हैं। जब आपके पास इतने करीबी लोग हों तो आपका दिमाग कभी खराब नहीं हो सकता। अभिनेता का कहना है कि वे स्टारडम के बारे में चिंता नहीं करते और इस इंडस्ट्री में लंबे समय के लिए टिके रहना चाहते हैं। रणवीर कहा कहना है कि वे आमिर खान की तरह अर्थपूर्ण सिनेमा का हिस्सा बनना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, मैं आमिर खान की तरह महत्वपूर्ण सिनेमा का हिस्सा बनना चाहता हूं। मुझे लगता है कि वह भारतीय सिनेमा को सबसे ज्यादा निर्धारित करने वाली फिल्मों का हिस्सा रहे हैं। यही मेरा लक्ष्य है।
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