नई दिल्ली:
फीचर फिल्म निर्माता ज्ञान कोरिया की गुजराती फिल्म 'द गुड रोड' को अकादमी पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म की श्रेणी में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया है। यह पहली गुजराती फिल्म है जिसे ऑस्कर पुरस्कार की दौड़ में शामिल किया गया है।
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) द्वारा गठित चयन समिति के अध्यक्ष, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता गौतम घोष ने बताया, "नेशनल फिल्म डवलपमेंट कार्पोरेशन (एनएफडीसी) द्वारा प्रस्तुत 'द गुड रोड' का चयन, सर्वसम्मति से लिया गया एक निर्णय था।"
'द गुड रोड' में तीन अलग-अलग व्यक्तियों की कहानियां हैं। फिल्म की अधिकांश शूटिंग गुजरात के कच्छ जिले में हुई है। फिल्म इस साल की शुरुआत में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी है। इसमें सोनाली कुलकर्णी और अजय गेही सरीखे कलाकार हैं।
इस फिल्म ने 21 अन्य मजबूत दावेदार फिल्मों जैसे 'द लंचबॉक्स', 'भाग मिल्खा भाग', 'इंग्लिश विंग्लिश', 'विश्वरूपम', मलयालम फिल्म 'सेल्यूलाइड' और बांग्ला फिल्म 'शब्दो' को पीछे छोड़ दिया है। चयन के लिए 16 लोगों की एक समिति गठित की गई थी। घोष ने कहा, "द लंच बॉक्स' एक बेहद मजबूत दावेदार थी। मुझे फिल्म पसंद आई।"
भारतीय सिनेमा के इतिहास में अब तक महज तीन बॉलीवुड फिल्में 'मदर इंडिया' (1957), मीरा नायर की 'सलाम बांबे' (1988) और आशुतोष गोवारीकर की 'लगान' (2001) ही ऑस्कर के लिए नामांकित हो सकी हैं।
ऑस्कर समारोह मार्च, 2014 में होगा।
फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (एफएफआई) द्वारा गठित चयन समिति के अध्यक्ष, प्रसिद्ध फिल्म निर्माता गौतम घोष ने बताया, "नेशनल फिल्म डवलपमेंट कार्पोरेशन (एनएफडीसी) द्वारा प्रस्तुत 'द गुड रोड' का चयन, सर्वसम्मति से लिया गया एक निर्णय था।"
'द गुड रोड' में तीन अलग-अलग व्यक्तियों की कहानियां हैं। फिल्म की अधिकांश शूटिंग गुजरात के कच्छ जिले में हुई है। फिल्म इस साल की शुरुआत में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी है। इसमें सोनाली कुलकर्णी और अजय गेही सरीखे कलाकार हैं।
इस फिल्म ने 21 अन्य मजबूत दावेदार फिल्मों जैसे 'द लंचबॉक्स', 'भाग मिल्खा भाग', 'इंग्लिश विंग्लिश', 'विश्वरूपम', मलयालम फिल्म 'सेल्यूलाइड' और बांग्ला फिल्म 'शब्दो' को पीछे छोड़ दिया है। चयन के लिए 16 लोगों की एक समिति गठित की गई थी। घोष ने कहा, "द लंच बॉक्स' एक बेहद मजबूत दावेदार थी। मुझे फिल्म पसंद आई।"
भारतीय सिनेमा के इतिहास में अब तक महज तीन बॉलीवुड फिल्में 'मदर इंडिया' (1957), मीरा नायर की 'सलाम बांबे' (1988) और आशुतोष गोवारीकर की 'लगान' (2001) ही ऑस्कर के लिए नामांकित हो सकी हैं।
ऑस्कर समारोह मार्च, 2014 में होगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं