नई दिल्ली:
CAG ने एक नई रिपोर्ट में CBFC पर अवैध तरीके से फिल्मों का सर्टिफिकेशन करने का आरोप लगाया है। CAG की रिपोर्ट के मुताबिक़ 2012-2015 के दौरान CBFC ने अवैध तरीके से 172 A केटेगरी की फिल्मों को UA और 166 UA फिल्मों को U सर्टिफिकेट दिया है।
एक RTI के जवाब में CAG ने CBFC पर डाक्यूमेंट्स में गड़बड़ी, फ़र्ज़ी कागज़ात और सर्टिफिकेट देने में पक्षपात करने का आरोप लगाया है। एक्टिविस्ट विहार दुर्वे की RTI पर पड़ताल कर CAG ने CBFC के रिकार्ड्स की जांच की और आरोप लगाया कि 2012-2015 के बीच 338 फिल्मों के अवैध और असाधारण तरीके से सर्टिफिकेट बदले गए हैं।
अवैध घटनाओं का उदाहरण देते हुए CAG ने CBFC पर आरोप लगाया कि 2009 में 'गेब्रियल' और 'थ्री कैन प्ले दैट गेम' नाम की फिल्मों का निरिक्षण किसी और ने किया और सेंसर सर्टिफिकेट पर किसी और का नाम लिखा गया है। सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने न्यूज़ एजेंसीज को इस मुद्दे पर कहा है कि ''यह पूरा मामला मुझसे पहले का है लेकिन मेरी पूरी कोशिश होगी की ऐसे अवैध काम आगे से ना हों।'
एक RTI के जवाब में CAG ने CBFC पर डाक्यूमेंट्स में गड़बड़ी, फ़र्ज़ी कागज़ात और सर्टिफिकेट देने में पक्षपात करने का आरोप लगाया है। एक्टिविस्ट विहार दुर्वे की RTI पर पड़ताल कर CAG ने CBFC के रिकार्ड्स की जांच की और आरोप लगाया कि 2012-2015 के बीच 338 फिल्मों के अवैध और असाधारण तरीके से सर्टिफिकेट बदले गए हैं।
अवैध घटनाओं का उदाहरण देते हुए CAG ने CBFC पर आरोप लगाया कि 2009 में 'गेब्रियल' और 'थ्री कैन प्ले दैट गेम' नाम की फिल्मों का निरिक्षण किसी और ने किया और सेंसर सर्टिफिकेट पर किसी और का नाम लिखा गया है। सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पहलाज निहलानी ने न्यूज़ एजेंसीज को इस मुद्दे पर कहा है कि ''यह पूरा मामला मुझसे पहले का है लेकिन मेरी पूरी कोशिश होगी की ऐसे अवैध काम आगे से ना हों।'
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं