स्वामी ओम के खिलाफ 'बिग बॉस' ने उठाए कड़े कदम.
नई दिल्ली: 'बिग बॉस' के घर में 81वें दिन सुबह से ही स्वामी ओम घरवालों से प्रार्थना करने लगे कि वे उन्हें घर का कप्तान बनाएं. कप्तानी का मुख्य मुकाबला बानी जे और स्वामी ओम के बीच होना था. मनु पंजाबी ने कहा कि वह स्वामी ओम का साथ देंगे वहीं रोहन ने कहा कि वह बानी को ही सपोर्ट करेंगे. स्वामी ओम ने बानी से भी कहा कि वह उनकी बेटी जैसी हैं इसलिए जीतने में उन्हें उनकी मदद करनी चाहिए. हालांकि बानी ने उन्हें पूरी तरह से इग्नोर कर दिया.
शाम को 'बिग बॉस' ने कैप्टेंसी टास्क इंट्रोड्यूस किया जिसके लिए उन्होंने मनवीर को संचालक बनाया. घर के गार्डन एरिया में दो टेबलों में छोटे-छोटे डिब्बों से दो पिरामिड बनाए गए थे. एक पिरामिड बानी का था और दूसरा स्वामी ओम का. टास्क के अनुसार घरवाले जिस सदस्य को घर का कप्तान नहीं बनाना चाहते उन्हें उनके पिरामिड को बॉल से गिराना था. अंत में जिस प्रतिभागी का पिरामिड ज्यादा बेहतर स्थिति में होगा वह घर का कप्तान बन जाएगा. रोहन बार बार बानी को कहने लगे कि वह बानी के साथ हैं, इस पर मनवीर को गुस्सा आ गया कि उन्हें बार-बार यह कहने की क्या जरूरत है. वहीं लोपा ने भी रोहन को समझाने की कोशिश की कि घर के बाकी लोग भी बानी को सपोर्ट कर रहे हैं और रोहन को ऐसा नहीं कहना चाहिए.
जब घरवालों ने
स्वामी ओम के सभी बॉक्स गिरा दिए तब वह खुद टेबल के ऊपर बैठ गए और कहने लगे कि वह अपना पिरामिड दोबारा नहीं बनाना चाहते हैं. मनवीर और मनु ने उन्हें टास्क जारी रखने के लिए कहा लेकिन इसका कोई असर उनपर नहीं हुआ.
इसके बाद जैसे ही 'बिग बॉस' ने टास्क के लिए केवल 10 मिनट बचे होने की घोषणा की स्वामी ओम टेबल से उठे और एक कंटेनर से कुछ निकालकर रोहन और बानी पर छिड़कने लगे. उन्होंने कहा कि वह उनका पेशाब है. स्वामी ओम की इस हरकत से सभी घरवाले गुस्से में आ गए और उन्हें तुरंत जेल में बंद किया गया. घरवालों ने उन्हें जमकर खरीखोटी सुनाई वहीं रोहन का गुस्सा फूट पड़ा. 'बिग बॉस' ने घरवालों को निर्देश दिए कि वे स्वामी ओम के करीब न जाएं और न हीं उनसे बात करें.
इस बार सभी घरवाले एकमत थे कि स्वामी ओम ने अपनी सारे हदें पार कर दी हैं. वहीं लोपामुद्रा कहने लगीं कि पूरी घटना के दौरान घरवालों को शांति से काम लेना चाहिए था और वह सबको उनके पास जाने से रोक रही थीं लेकिन कोई उनकी बात नहीं सुन रहा था. इस पर बानी ने कहा कि जब आप गुस्से में होते हैं तो आपको समझ नहीं आता कि क्या सही है और कैसे रहना चाहिए. सभी का यही मानना था कि स्वामी ओम को घर से निकाला जाना चाहिए.
'बिग बॉस' ने सभी घरवालों को लिविंग एरिया में बुलाकर कहा कि स्वामी ओम की हरकत बेहद निंदनीय है और उन्होंने शो का स्तर गिराने का प्रयास किया है. वहीं दूसरी तरफ स्वामी ओम अपनी हरकत को जस्टिफाई करने में लगे थे कि उस बर्तन में केवल पानी था. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यदि उसमें यूरीन होता तो भी उससे कोई मर नहीं जाता और उन्होंने कोई नियम नहीं तोड़ा है. कल हम देखेंगे कि 'बिग बॉस' के 10 सीजनों के इतिहास में पहली बार किसी प्रतिभागी को घर से निकालने के लिए घर के अंदर भेजे गए गार्ड्स.