नई दिल्ली:
'बिग बॉस' के घर में 79वें दिन की शुरुआत मनु, मनवीर और मोना की बातचीत से हुई, तीनों नितिभा के बारे में बात कर रहे थे कि वह बानी के नक्शेकदम पर चल रही है और उसे लगता है कि वह अकेली आगे बढ़ सकती है. वहीं दूसरी तरफ रोहन बानी से कहता है कि लोपा बातें समझती नहीं हैं, वह नहीं चाहते कि टीवी पर लोपा गलत दिखे. रोहन ने कहा कि उनके माफी मांगने के बाद भी लोपा का बिहेवियर वैसा ही है.
बाद में 'बिग बॉस' घरवालों को मौका देते हैं शो की प्राइज मनी बढ़ाकर 50 लाख करने का. नितिभा और स्वामी ओम दो-दो हफ्तों की इम्युनिटीइसके लिए वह मालगाड़ी टास्क इंट्रोड्यूस करते हैं. इसके लिए 'बिग बॉस' रोहन और मोनालीसा को कन्फेशन रूम में बुलाते हैं और उनसे घरवालों की कीमत तय करने के लिए कहते हैं. रोहन और मोना लोपा की कीमत सबसे अधिक और स्वामी ओम की कीमत सबसे कम लगाते हैं.
मालगाड़ी टास्क के लिए घर के गार्डन एरिया को रेलवे पटरी का रूप दिया गया था, जहां ट्रेन का एक इंजन और उसके पीछे एक जेलनुमा बोगी रखी गई थी. मोना और रोहन को जेलर बनाया गया जबकि घर के बाकी सदस्यों को कैदी बनाकर उस जेलनुमा बोगी में बैठाया गया था. खेल कि नियमों के अनुसार हर सायरन पर रोहन और मोना को जेल में बंद एक कैदी को रिहा कर 'बिग बॉस' को सौंपना था. रिहा होने वाले कैदी की कीमत शो के प्राइज मनी में जुड़ती जाएगी. इस टास्क में एक ट्विस्ट यह था कि जो कैदी खुद को रिहा कर बोगी से निकलेगा वह घर की कप्तानी का दावेदार बन जाएगा लेकिन उसकी कीमत प्राइज मनी में नहीं जुड़ेगी. रोहन और मोना को इंजन में लगे लिवर को लगातार घुमाना था.
टास्क शुरू होने के कुछ देर बाद ही बानी यह कहती हुई बाहर निकल गईं कि वह कैप्टेंसी का टास्क करना चाहती हैं, हालांकि लोपामुद्रा, नितिभा और मनवीर ने उनके इस फैसले का समर्थन नहीं किया. बानी के बाहर निकलने के कुछ देर बाद ही स्वामी ओम घर में वापस आए, कल के एपिसोड में दिखाया गया था कि बाहरी दुनिया में बनी परिस्थितियों की वजह से उन्हें घर से बाहर जाना पड़ रहा है. आते ही उन्होंने अपनी विचित्र हरकतें शुरू कर दीं.
जैसे ही स्वामी ओम को पता चला कि बोगी से निकलने पर वह कप्तानी के दावेदार बन जाएंगे, वह बाहर निकलने की कोशिश करने लगे. मनु-मनवीर ने उन्हें समझाया कि सायरन बजने के बाद ही वह बाहर निकल सकते हैं तब वह थोड़ी देर के लिए रुके. इसके बाद जैसे ही सायरन बजा वह बाहर निकल गए. बाद में 'बिग बॉस' ने उन्हें चेतावनी दी कि वह जेल में वापस नहीं जाएंगे तो उन्हें कप्तानी की दावेदारी नहीं मिलेगी. इसके बाद वह जेल में वापस गए. रोहन और मोना ने सबसे पहले लोपामुद्रा को जेल से रिहा किया. इसके कुछ देर बाद स्वामी ओम जेल से बाहर निकल गए.
इसके बाद 'बिग बॉस' ने रात भर के लिए टास्क रोक दिया. जेल से जल्दी निकलने के बानी के फैसले पर सभी उनके खिलाफ नजर आए. देर रात मनु और नितिभा मनवीर की कप्तानी और दोस्ती पर बात करने लगे. मनु ने कहा कि मनवीर हमेशा स्वामी ओम का साथ देते हैं और घर के कप्तान की तरह बर्ताव नहीं करते. वह नितिभा से यह भी कहते हैं कि उन्होंने हमेशा मनवीर को सपोर्ट किया लेकिन वह ऐसा नहीं करते. टास्क के बारे में बात करते हुए मनु ने कहा कि दोस्त होने के नाते मनवीर को उनसे या नितिभा से कहना चाहिए था कि तुम लोग जाओ कैप्टन बनो मैं यहां बैठता हूं. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं कहा.
वहीं देर रात लोपामुद्रा रोहन से कहती हैं कि बानी का रोहन से दोस्ती बढ़ाना उनकी स्ट्रेटेजी का हिस्सा है और रोहन को उनसे संभलकर रहना चाहिए. इस पर रोहन ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, बानी का सबसे अच्छा दोस्त घर से चला गया है और उन्हें सर्वाइव करने के लिए किसी न किसी से तो बात करनी पड़ेगी. वह इसलिए उनसे बात करती हैं.
बाद में 'बिग बॉस' घरवालों को मौका देते हैं शो की प्राइज मनी बढ़ाकर 50 लाख करने का. नितिभा और स्वामी ओम दो-दो हफ्तों की इम्युनिटीइसके लिए वह मालगाड़ी टास्क इंट्रोड्यूस करते हैं. इसके लिए 'बिग बॉस' रोहन और मोनालीसा को कन्फेशन रूम में बुलाते हैं और उनसे घरवालों की कीमत तय करने के लिए कहते हैं. रोहन और मोना लोपा की कीमत सबसे अधिक और स्वामी ओम की कीमत सबसे कम लगाते हैं.
मालगाड़ी टास्क के लिए घर के गार्डन एरिया को रेलवे पटरी का रूप दिया गया था, जहां ट्रेन का एक इंजन और उसके पीछे एक जेलनुमा बोगी रखी गई थी. मोना और रोहन को जेलर बनाया गया जबकि घर के बाकी सदस्यों को कैदी बनाकर उस जेलनुमा बोगी में बैठाया गया था. खेल कि नियमों के अनुसार हर सायरन पर रोहन और मोना को जेल में बंद एक कैदी को रिहा कर 'बिग बॉस' को सौंपना था. रिहा होने वाले कैदी की कीमत शो के प्राइज मनी में जुड़ती जाएगी. इस टास्क में एक ट्विस्ट यह था कि जो कैदी खुद को रिहा कर बोगी से निकलेगा वह घर की कप्तानी का दावेदार बन जाएगा लेकिन उसकी कीमत प्राइज मनी में नहीं जुड़ेगी. रोहन और मोना को इंजन में लगे लिवर को लगातार घुमाना था.
टास्क शुरू होने के कुछ देर बाद ही बानी यह कहती हुई बाहर निकल गईं कि वह कैप्टेंसी का टास्क करना चाहती हैं, हालांकि लोपामुद्रा, नितिभा और मनवीर ने उनके इस फैसले का समर्थन नहीं किया. बानी के बाहर निकलने के कुछ देर बाद ही स्वामी ओम घर में वापस आए, कल के एपिसोड में दिखाया गया था कि बाहरी दुनिया में बनी परिस्थितियों की वजह से उन्हें घर से बाहर जाना पड़ रहा है. आते ही उन्होंने अपनी विचित्र हरकतें शुरू कर दीं.
जैसे ही स्वामी ओम को पता चला कि बोगी से निकलने पर वह कप्तानी के दावेदार बन जाएंगे, वह बाहर निकलने की कोशिश करने लगे. मनु-मनवीर ने उन्हें समझाया कि सायरन बजने के बाद ही वह बाहर निकल सकते हैं तब वह थोड़ी देर के लिए रुके. इसके बाद जैसे ही सायरन बजा वह बाहर निकल गए. बाद में 'बिग बॉस' ने उन्हें चेतावनी दी कि वह जेल में वापस नहीं जाएंगे तो उन्हें कप्तानी की दावेदारी नहीं मिलेगी. इसके बाद वह जेल में वापस गए. रोहन और मोना ने सबसे पहले लोपामुद्रा को जेल से रिहा किया. इसके कुछ देर बाद स्वामी ओम जेल से बाहर निकल गए.
इसके बाद 'बिग बॉस' ने रात भर के लिए टास्क रोक दिया. जेल से जल्दी निकलने के बानी के फैसले पर सभी उनके खिलाफ नजर आए. देर रात मनु और नितिभा मनवीर की कप्तानी और दोस्ती पर बात करने लगे. मनु ने कहा कि मनवीर हमेशा स्वामी ओम का साथ देते हैं और घर के कप्तान की तरह बर्ताव नहीं करते. वह नितिभा से यह भी कहते हैं कि उन्होंने हमेशा मनवीर को सपोर्ट किया लेकिन वह ऐसा नहीं करते. टास्क के बारे में बात करते हुए मनु ने कहा कि दोस्त होने के नाते मनवीर को उनसे या नितिभा से कहना चाहिए था कि तुम लोग जाओ कैप्टन बनो मैं यहां बैठता हूं. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं कहा.
वहीं देर रात लोपामुद्रा रोहन से कहती हैं कि बानी का रोहन से दोस्ती बढ़ाना उनकी स्ट्रेटेजी का हिस्सा है और रोहन को उनसे संभलकर रहना चाहिए. इस पर रोहन ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है, बानी का सबसे अच्छा दोस्त घर से चला गया है और उन्हें सर्वाइव करने के लिए किसी न किसी से तो बात करनी पड़ेगी. वह इसलिए उनसे बात करती हैं.
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