विवादास्पद एआईबी नॉकआऊट शो के आयोजकों की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही। पुणे पुलिस ने यू-ट्यूब और एआईबी नॉकआऊट के आयोजकों के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज की है। सीआईडी में इंस्पैक्टर के पद पर तैनात वज़ीर शेख की शिकायत पर दर्ज एफ़आईआर में आईपीसी और आईटी एक्ट की मिलाकर कुल पांच धाराएं लगाई गई हैं।
शिकायतकर्ता वज़ीर शेख ने एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए कहा कि, एआईबी नॉकआऊट कार्यक्रम में सार्वजनिक रूप से हुई अश्लील हरकतों की जानकारी उन्हें अखबार और यू-ट्यूब के जरिये मिली। जिसके बाद उन्होंने इस कार्यक्रम में अश्लीलता परोसने के खिलाफ़ शिकायत स्थानीय पुलिस के पास की है।
अश्लीलता परोसने के मामले में दोषी पाए जाने पर अधिकतम पांच साल की कैद और दो हजार रुपये का जुर्माना हो सकता है।
पुणे पुलिस के डीसीपी सुधाकर पाठारे ने एनडीटीवी इंडिया को बताया कि, मामला कुल 14 लोगों के खिलाफ़ है जिनमें 12 सेलिब्रिटीज बताए जा रहे हैं। जिसमें करण जौहर, रणवीर सिंह, अर्जुन कपूर, दीपिका पादुकोण, सोनाक्षी सिन्हा के साथ एआईबी के सदस्यों के नाम भी दर्ज़ किए गए हैं।
इस बीच राज्य सरकार की जांच में पाया गया है कि कार्यक्रम के मंचन के समय सेन्सर हो चुकी स्क्रिप्ट के साथ छेड़छाड़ हुई। जो की गैर-कानूनी है।
कानूनन किसी भी कार्यक्रम का मंचन करने से पहले स्थानीय पुलिस से अनुमति लेनी होती है। इस अनुमति में स्क्रिप्ट की जांच भी शामिल है। राज्य के सांस्कृतिक विभाग के अधीन सेन्सर बोर्ड से स्क्रिप्ट मंजूर होने के बाद ही स्टेज पर इसे पेश किया जा सकता है। जांच से सामने आया है कि, 20 दिसम्बर 2014 को मुंबई में हुए शो के दौरान सेन्सर हुई स्क्रिप्ट के अलावा बहुत कुछ बोला गया जिसकी अनुमति ही नहीं ली गई थी।
दरअसल, निर्देशक करण जौहर, अभिनेता अर्जुन कपूर और रणवीर सिंह के कई अश्लील कमेन्ट्स यू-ट्यूब के जरिये सार्वजनिक होने से विवाद उठ खड़ा हुआ है। जिसपर राज्य के सांस्कृतिक मंत्री विनोद तावड़े ने जांच बिठाई थी।
जांच में प्राथमिक रूप से बॉम्बे पुलिस एक्ट 1952 के तहत दोषी पाए जाने के बाद अब सांस्कृतिक विभाग अपनी रिपोर्ट राज्य के गृह विभाग को भेजेगा। जिस आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
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