तुर्की में तख्तापलट के बीच सड़कों पर सेना के जवान
नई दिल्ली:
तुर्की में सेना के एक गुट द्वारा की गई तख्तापलट के प्रयासों के बीच रात भर हुई हिंसा में 190 से अधिक लोग मारे गए और करीब 3,000 लोग हिरासत में लिए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गई है।
पूरे मामले पर 10 बातें
- आर्मी जनरल स्टाफ के नवनियुक्त मुख्य कार्यवाहक जनरल उमित दुंदर ने कहा कि जो लोग मारे गए उनमें से 41 पुलिस अधिकारी, दो सैनिक, 47 आम नागरिक हैं और 104 लोग जोकि तख्तापलट के षडयंत्रकारी हैं।
- सरकारी अधिकारियों का कहना है कि सैनिकों का सामना करने के लिए तुर्कों के रात भर सड़कों पर उतर आने के चलते तख्तापलट की कोशिश विफल हो गईं।
- तुर्की की मीडिया के मुताबिक, सेना ने बयान में कहा है कि देश में पूरी सत्ता सीज़ कर दी गई है। तुर्की के सैन्य बलों ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था को बनाए रखने और मानवाधिकार संरक्षित रखने के लिए सत्ता अपने हाथ में ले ली है।
- इससे पहले प्रधानमंत्री बिनअली यिलदरिम ने एनटीवी टेलीवीजन को बताया, 'हां यह सही है कि यहां (तख्तापलट की) ऐसी कोशिश की गई।' यिलदिरिम ने इससे जुड़ी कोई विस्तृत जानकारी तो नहीं दी, लेकिन इतना जरूर कहा कि तुर्की 'लोकतंत्र में रोड़ा डालने वाले ऐसे किसी कदम की इजाजत नहीं देगा, तख्तापलट की साजिश रचने वालों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
- राजधानी अंकारा में तेज धमाके की आवाज सुनी गई : एएफपी | सरकारी समाचार एजेंसी अनाडोलू के मुताबिक, अंकारा स्थित तुर्की के सैन्य मुख्यालय में बंधक बनाए गए लोगों में तुर्की के चीफ ऑफ मिलिटरी स्टाफ भी शामिल हैं।
- राजधानी अंकारा में शुक्रवार को सैन्य जेल विमानों की बेहद नीची उड़ान भरते देखा गया, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने इस्तांबुल में बॉसफोरस जलसंधी के ऊपर बने दो पुलों को आंशिक रूप से बंद कर दिया।
- एएफपी ने स्थानीय मीडिया के हवाले से बताया कि इस्तांबुल में अतातुर्क एयरपोर्ट के बाहर सैन्य टैंकों को तैनात किया गया है। रिपोर्टों के मुताबिक एयरपोर्ट पर फ्लाइटों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है।
- यूरोपीयन यूनियन ने तुर्की में संयम बरतने की सलाह दी है और कहा है कि लोकतांत्रिक संस्थाओं का सम्मान होना चाहिए।
- उल्लेखनीय है कि तुर्की में तख्तापलट का इतिहास रहा है। पिछले एक दशक में तुर्की में चार बार तख्तापलट हो चुका है। चारों बार सेना ने सत्ता पर कब्जा किया था।
- इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवाक्ता विकास स्वरूप ने तुर्की में रह रहे भारतीय नागरिकों को हालात स्पष्ट होने तक सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचने और घरों में ही रहने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि भारतीय नागरिक ज्यादा जानकारी के लिए अंकारा में +905303142203 और इस्तांबुल में +905305671095 पर संपर्क कर सकते हैं।