नई दिल्ली:
विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह बेरोजगार हो चुके भारतीयों के खाद्य संकट का सामना करने का जायजा लेने और उनमें से कुछ के स्वदेश लौटने सहित इसके समाधान का उपाय तलाशने के लिए मंगलवार को सउदी अरब जा रहे हैं। यह जानकारी सुषमा स्वराज ने संसद में दी।
- विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने आज संसद में जानकारी दी कि सऊदी अरब में बेरोजगार होने के बाद खाद्य संकट का सामना कर रहे हजारों भारतीयों को जेद्दा में मौजूद भारतीय दूतावास ने खाना मुहैया करवाया.
- उन्होंने सदन में जोर देकर कहा कि वह निजी तौर पर इस पूरे अभियान पर नजर रखे हुए हैं. उन्होंने बताया कि सरकार उन कर्मचारियों को बकाया वेतन दिलाने का प्रयास करेंगी, जिन्हें कई महीनों से वेतन नहीं दिया गया.
- उन्होंने यह भी बताया कि जो लोग भारत वापस लौटना चाहते हैं उनकी मदद के लिए विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह मंगलवार को सऊदी अरब जाएंगे.
- तेल की कीमतों के गिरने से आई आर्थिक मंदी के चलते पिछले कई महीनों में सउदी अरब में बड़ी संख्या में भारतीयों की नौकरी चली गई है.
- विदेश मंत्री ने कहा, सरकार ने इस मामले को बहुत गंभीरता से लिया है. परसों इस संबंध में मुझे जानकारी मिली और रियाद स्थित भारतीय दूतावास तथा जेद्दाह स्थित महावाणिज्य दूतावास से संपर्क कर पांच शिविरों में रह रहे इन दस हजार भारतीयों को मुफ्त राशन मुहैया कराने को कहा गया.
- मैंने दूतावास अधिकारियों से हर घंटे इस मामले की रिपोर्ट देने को कहा. उन्होंने बताया, अंतिम संदेश बीती रात पौने तीन बजे आया कि पांचों शिविरों में पूरा भोजन मुहैया कराया गया है और साथ ही हफ्ते दस दिन का राशन दिया गया है.’’ विदेश मंत्री ने कहा कि केवल भोजन मुहैया कराने से ही काम खत्म नहीं हो जाता है. ये भारतीय जिन कंपनियों में वहां काम करते थे वे बंद हो चुकी हैं और उनके नियोक्ता सऊदी अरब छोड़कर जा चुके हैं.
- सुषमा ने बताया कि भारत सरकार ने सऊदी अरब के श्रम और विदेश विभाग से इन भारतीयों को आपात वीजा जारी कर स्वदेश भेजे जाने की अपील की थी लेकिन वहां के कानून के अनुसार इसके लिए इन भारतीयों को नियोक्ता कंपनियों से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेना पड़ेगा लेकिन कंपनियां तो पहले ही देश छोड़कर जा चुकी हैं और इन भारतीयों का काफी वेतन भी बकाया है.
- विदेश मंत्री ने कहा कि ऐसी स्थिति में वहां फंसे भारतीयों को निकालने के लिए एक कांट्रेक्ट पर हस्ताक्षर करने की बात कही गयी है जिसके अनुसार सऊदी अरब सरकार जब भी इन कंपनियों के साथ मामले को निपटाए तो भारतीयों का बकाया वेतन पहले दिया जाए.
- सुषमा ने साथ ही आश्वासन दिया, हम इन भारतीयों को स्वदेश वापस लेकर आएंगे। पहले मैंने ट्विटर के माध्यम से और अब मैं सदन के माध्यम से कहना चाहती हूं कि हमारा एक भी श्रमिक भूखा नहीं रहेगा। सकुशल आएगा।
- सऊदी अरब की सरकार ने कहा कि वे जांच कर रहे हैं. जरूरत पड़ी तो जिन भी कंपनियों ने वेतन नहीं दिया है, तो उन्हें जुर्माने के लिए बाध्य किया जाएगा.