असम में बाढ़ से 30 जिले प्रभावित
असम सरकार ने सोमवार को राज्य में बाढ़ के बिगड़ते हालात को देखते हुए रेड अलर्ट जारी कर दिया.राज्य सरकार के अनुसार बाढ़ की वजह से अभी तक राज्य के 4,157 गांव और 30 जिलों में पानी भर गया है. जिन जिलों में बाढ़ से हालात सबसे ज्यादा खराब है उनमें धेमाजी, लखीमपुर, बिश्वानाथ, सोनितपुर, उदलगुरी, बकसा, बरपेटा, नालबारी और चिरांग मुख्य रूप से शामिल हैं. राज्य सरकार के अनुसार बाढ़ की वजह से राज्य में कुल 15 लोगों की मौत हो गई है. सोमवार को भी कुल चार लोगों की मौत की खबर है.
असम बाढ़ से जुड़ी 10 बातें
- अभी तक असम के 33 में से 30 जिलों के कुल 43 लाख आबादी प्रभावित हुई है. बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला बरपेटा है. बरपेटा में बाढ़ की वजह से 7.35 लाख लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है. बाढ़ की वजह मोरीगांव, ग्वालपाड़ा, नगांव और हैलाकांडी जिले भी सबसे ज्यादा प्रभावित हैं.
- ब्रह्मपुत्र नदी के जल स्तर के बढ़ने से राज्य की राजधानी गुवाहाटी के डूबने की भी आशंका बढ़ गई है. बता दें कि मौजूदा समय में राज्य की दस नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
- बाढ़ प्रभावित इलाकों से निकाले गए 83 हजार लोगों को अलग-अलग जगह पर बनाए गए कुल 183 राहत शिविरों में रखा गया है.
- बाढ़ की वजह से असम के काजीरंगा नेशनल पार्क को भी भारी नुकसान हुआ है. नेशनल पार्क में बाढ़ का पानी घुसने से अभी तक 17 जानवरों की मौत हो चुकी है.
- बाढ़ की वजह से किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. अभी तक बाड़ की वजह से कुल 90 हजार हेक्टेयर जमीन बाढ़ में डूब गई है.
- राज्य सरकार के अनुसार अभी तक एनडीआरएफ की कुल 15 टीमों को बचाव कार्य में लगाया है.
- बाढ़ की जानकारी के लिए बनाया गया कंट्रोल रूम पर भी जबरदस्त लोड है. प्रभावित इलाकों और लोगों की जानकारी को लेकर लगातार फोन कॉल्स आ रहे हैं.
- मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में बाढ़ के हालात और बिगड़ सकते हैं. खासतौर पर बाढ़ प्रभावित इलाकों बारिश का भी अनुमान जताया जा रहा है.
- पीएम मोदी और असम के मुख्यमंत्री सोनोवाल ने बाढ़ प्रभावित इलाकों को हवाई दौरा किया है.
- भारत सरकार ने असम सरकार को बाढ़ पीड़ितों तक मदद पहुंचाने के लिए हर संभव मदद करने का भरोसा दिया है.