कर्नाटक में बगैर फ्लोर टेस्ट बीएस येदियुरप्पा के इस्तीफा देने के बाद अब कांग्रेस और जेडीएस के सरकार गठन का रास्ता साफ हो चुका है. मुख्यमंत्री पद के लिए जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी का नाम तय है.अब उप मुख्यमंत्री यानी डिप्टी सीएम पद को लेकर कयास लगना शुरू हो गया है. कहा जा रहा है कि उप मुख्यमंत्री कांग्रेस का होगा और पार्टी इसके लिए किसी दलित चेहरे का नाम आगे कर सकती है. कांग्रेस की लिस्ट में जो नाम सबसे ऊपर है वो है 'जी परमेश्वर' का. कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जी परमेश्वर सन 1989 से 1992 तक वे कर्नाटक कांग्रेस के ज्वाइंट सेक्रेटरी रहे.सन 1992 से 1997 तक वे प्रदेश कांग्रेस के महासचिव पद रहे. वर्ष 1997 में उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया और वर्ष 1999 तक इस पद पर काबिज रहे. साल 2010 में उन्हें कर्नाटक कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया. इसके अलावा 2010 से 2017 तक वे पार्टी की प्रदेश इकाई की प्रचार समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. परमेश्वर वर्ष 2013 में CM पद के प्रबल दावेदार थे, लेकिन हारने की वजह से उनका हाथ खाली रहा. जुलाई 2014 में परमेश्वर विधान परिषद के लिए एमएलसी चुने गए और 30 अक्टूबर 2015 को उन्हें कर्नाटक का गृह मंत्री नियुक्त कर दिया गया और 2017 तक वह इस पद पर काबिज रहे. अब उनका डिप्टी सीएम बनना लगभग तय माना जा रहा है.आपको आपको बताते हैं जी परमेश्वर से जुड़े 10 अहम तथ्य :
जी परमेश्वर से जुड़े 10 अहम तथ्य
- जी परमेश्वर का पूरा नाम जी परमेश्वर गंगाधरैया है. उनका जन्म 6 अगस्त 1951 को तुमकर के गोल्लाहल्ली में हुआ था. जो अब सिद्धार्थ नगर है.
- जी परमेश्वर की शुरुआती शिक्षा सिद्धार्थ नगर में हुई. उन्होंने बंगलुरु की एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से एग्रीकल्चर में बीएससी और फिर एमएससी की पढ़ाई की. बाद में ऑस्ट्रेलिया की एडिलेड यूनिवर्सिटी से पीएचडी की.
- जी परमेश्वर विद्यार्थी जीवन में एनसीसी कैडेट रहे और धावक भी रहे. एग्रिकल्चर यूनिवर्सिटी में उन्होंने 10.9 सेकेंड में 100 मीटर दौड़ने का रिकॉर्ड बनाया.
- ऑस्ट्रेलिया से पीएचडी की पढ़ाई पूरी करने के बाद जी परमेश्वर श्री सिद्धार्थ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी के एडमिनिस्ट्रेटिव आफीसर बने. परमेश्वर ने अपने दोस्त की बहन कनिका परमेश्वरी से शादी की. परमेश्वरी से उनकी मुलाकात उस समय हुई थी जब वे गांधी कृषि विज्ञान केंद्र में पढ़ रहे थे.
- जी परमेश्वर को राजनीति में लाने का श्रेय पूर्व पीएम राजीव गांधी को जाता है. वर्ष 1989 में जी परमेश्वर मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी से मिलने गए थे. वहीं राजीव गांधी ने परमेश्वर से कहा कि उन्हें राजनीति में आना चाहिए.
- इसके बाद तत्कालीन कांग्रेस महासचिव मोहसिना किदवई ने जी परमेश्वर को कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस का ज्वाइंट सेक्रेटरी बना दिया.
- वर्ष 1989 में ही परमेश्वर पहली बार एमएलए चुने गए. मधुगिरी विधानसभा क्षेत्र में उन्होंने जनता दल के सी राजवर्धन को पराजित किया. वर्ष 1993 में उन्हें वीरप्पा मोइली के मंत्रिमंडल में राज्यमंत्री- सेरीकल्चर (रेशम उत्पादन) बनाया गया.
- वर्ष 1999 के विधानसभा चुनाव में परमेश्वर ने मधुगिरी सीट पर रिकॉर्ड जीत हासिल की. उन्होंने 55802 वोटों से चुनाव जीता. इसके बाद वे 1999 से 2004 तक एसएम कृष्णा के मंत्रिमडल में उच्च शिक्षा, विज्ञान और तकनीक राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे.
- सन 2004 में मधुगिरी सीट पर परमेश्वर ने जदएस के केंचामरैया एच को पराजित किया. सन 2008 में उन्होंने कोरतागेरे से चुनाव जीता. 27 अक्टूबर 2010 को उन्हें कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया.
- 30 अक्टूबर 2015 को जी परमेश्वर को गृह मंत्री नियुक्त किया गया. 24 जून 2017 को पार्टी की प्रचार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर उन्होंने गृह मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. इस बार 15 मई 2018 को जी परमेश्वर कोरतागेरे से विधायक चुने गए हैं.