बताया जा रहा है कि तीन लोग हैदराबाद आए थे, और कई दिनों से बातचीत चल रही थी.
हैदराबाद:
हैदराबाद में साइबराबाद पुलिस ने दावा किया है कि तेलंगाना में सत्तारूढ़ पार्टी TRS के विधायकों को ख़रीदने-रिश्वत देने की साज़िश का पता लगा है. NDTV से एक्सक्लूसिव बातचीत में साइबराबाद के पुलिस कमिश्नर स्टीफन रवींद्र ने कहा कि आरोप है कि चार विधायकों को ख़रीदने की कोशिश की गई. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र की तर्ज पर ये ऑपरेशन प्लान किया गया था. डील कराने वाले को 100 करोड़ रुपए और हर विधायक को 50-50 करोड़ रुपए ऑफर किए गए थे. इसमें पी रोहित रेड्डी समेत चार लोगों के नाम सामने आए हैं.
- साइबराबाद के पुलिस आयुक्त ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद अजीज नगर स्थित फार्महाउस की तलाशी ली गई. विधायकों ने पुलिस को बताया कि उन्हें "पार्टी बदलने के लिए लालच और रिश्वत की पेशकश की गई.' उन्होंने बताया, 'विधायकों ने बताया कि उन्हें पार्टी बदलने के लिए बड़े पैसे, कॉन्ट्रेक्ट और पद ऑफर किए गए हैं.'
- बताया जा रहा है कि तीन लोग हैदराबाद आए थे, और कई दिनों से बातचीत चल रही थी. बताया जा रहा है कि उन्होंने रोहित रेड्डी के साथ एक 100 करोड़ रुपए की डील की है. हर एक विधायक को पार्टी बदलने के लिए 50 करोड़ रुपए का ऑफर भी दिया गया.
- पुलिस ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों ने अपनी पहचान हरियाणा के फरीदाबाद के सतीश शर्मा उर्फ राम चंद्र भारती, तिरुपति के डी सिम्हायाजी और एक व्यापारी नंदकुमार के रूप में की है.
- उन्होंने कहा कि पुलिस को अब तक पता चला है कि हिरासत में लिए गए लोग फर्जी पहचान के आधार पर हैदराबाद आए थे.
- तेंडूर विधायक पी रोहित रेड्डी के फार्म हाउस पर यह पेशकश की गई, जिसका जिक्र शिकायत में किया गया. चारों विधायकों को मुख्यमंत्री के सरकारी आवास प्रगति भवन ले जाया गया.
- न्यूज एजेंसी पीटीआई ने साइबराबाद के पुलिस आयुक्त स्टीफन रवींद्र के हवाले से लिखा है, टीआरएस के चार विधायकों, जी बलाराजू, बी हर्षवर्धन रेड्डी, आर के राव और रोहित रेड्डी को कथित तौर पर दलबदल करने के मकसद से नकदी, पद और अन्य प्रोत्साहन की पेशकश की जा रही थी.
- साल 2019 के बाद से, ऐसे दावे किए जाते रहे हैं कि भाजपा तेलंगाना में "ऑपरेशन लोटस" शुरू करने की कोशिश कर रही है.
- इस तरह के दावों को महाराष्ट्र की उस सियासी हलचल के बाद और हवा मिल गई, जब एकनाथ शिंदे के भाजपा समर्थित विद्रोह ने इस साल की शुरुआत में उद्धव ठाकरे सरकार को गिरा दिया था.
- हाल ही, अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने भी दावा किया था कि दिल्ली और पंजाब में भाजपा विधायकों को अपने कब्जे में लेने की कोशिश कर रही है.
- अगस्त महीने में खबरें दी कि भाजपा के एक नेता ने दावा किया है कि टीआरएस के करीब 18 विधायक जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे.