राहुल गांधी ने कहा कि 'भारत जोड़ो यात्रा' लोगों की यात्रा है.
नई दिल्ली:
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी तीन महीने से 'भारत जोड़ो यात्रा' पर हैं. यात्रा के 100 दिन पूरा होने पर राजस्थान की राजधानी जयपुर में उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और यात्रा सहित देश के कई मुद्दों पर संवाददाताओं के सवाल का जवाब दिया. उन्होंने कहा:-
- यात्रा से मुझे व्यक्तिगत रूप से फ़ायदा हुआ है. जो सड़क पर चलने से दिखता है, वो अलग होता है. सड़क पर एक-एक से बात होती है, लोग समझते हैं और आपसे अलग तरह से दिल से बात करते हैं, और जब लोग दिल से बोलते हैं तो आप साफ सुनते हैं.
- इस यात्रा का उद्देश्य है कि जो व्यक्ति घूम रहा है, वो डर और नफरत को मिटाना चाहता है. ये हिंदुस्तान का इतिहास है, मैं आखिरी नहीं हूं. यह लोगों की यात्रा है.
- मैं अब तक 2800 किलोमीटर चल चुका हूं. मैंने लोगों को एक दूसरे से प्यार करते देखा है, इस देश में भाईचारा होता है. मुझे भी नफरत की चिंता थी, ऊपर से नफरत फैलाई जा रही है, लेकिन नीचे लोगों में प्यार है.
- 70 साल पहले हमारी राजनीति स्वतंत्रता की राजनीति थी, उस समय यह लोगों की राजनीति थी. अब लोगों से दूरी हो गई है, मुझे लगता है कि नेता जनता से दूर हो गए हैं.
- राहुल ने कहा कि मैं भी लोगों से दूर हो गया था, लेकिन हमें समझना होगा और इसके लिए दर्द उठाना होगा. हिंदुस्तान का जो ज्ञान है वो आम नागरिकों में है.
- क्षेत्रीय दलों से कांग्रेस को नुकसान का सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस अपनी जड़ों की ओर लौट रही है. भाजपा-आरएसएस ने सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया है. उन्होंने हमें बदलने के लिए मजबूर किया है.
- कांग्रेस सांसद ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना और नई पेंशन योजना पर हमारा सामान्य दृष्टिकोण है. हम राज्यों को लचीलापन देते हैं, केंद्र से सलाह लेते हैं.
- हमें किन चुनौतियों का सामना करना है? आर्थिक असमानता है, कुछ लोगों के पास ही सभी संसाधन और अवसर होते हैं, वहीं अन्य करोड़ों लोगों के पास नहीं है. करोड़ों लोग सपने देखते हैं और उनके सपनों को नष्ट कर दिया जाता है.
- देश में दूरदृष्टि का अभाव है. भविष्य के लिए आप रियर व्यू मिरर देखकर ड्राइव नहीं कर सकते.
- हम इतिहास को नहीं भूलते, लेकिन हम आगे देखते हैं. देश के सौ लोगों के पास इतनी दौलत है, जितनी कि आधे हिंदुस्तान के पास है.