महाराष्ट्र की राजनीति में 30 जून की तारीख बेहद खास रही. उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद से ही अटकलें लगाई जा रही थीं कि एकनाथ शिंदे के बागी विधायकों के समर्थन के बाद बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस राज्य के अगले मुख्यमंत्री बनेंगे. गुरुवार को नए सीएम के नाम की औपचारिक घोषणा का इंतजार किया जा रहा था.
सबुह एकनाथ शिंदे अपने बागी विधायकों के साथ मुंबई पहुंचे. वो बीते कई दिनों से गुवाहाटी के एक होटल में रुके हुए थे.
मुंबई पहुंचने के बाद एकनाथ शिंदे सीधे देवेंद्र फडणवीस के घर पहुंचे. उनके साथ कुछ विधायक भी थे.
इसके बाद एकनाथ शिंदे देवेंद्र फडणवीस के साथ राज्यपा से मिलने पहुंचे. जहां उन्होंने सरकार बनाने का दावा किया. साथ ही अपना समर्थन पत्र भी सौंपा.
देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस कॉन्फ्रेंस ने देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बीजेपी राज्य की सरकार को बाहर से समर्थन देगी.
फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही मुख्यमंत्री के तौर पर एकनाथ शिंदे के नाम की घोषणा की.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में देवेंद्र फडणवीस ने महाअघाड़ी सरकार पर जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि 2019 में महाअघाड़ी सरकार ने जनमत का अपमान किया था.
फडणवीस ने उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने हिन्दुत्व को पीछे छोड़ दिया है.
एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमे कभी इस किसी पद की लालसा नहीं रही है. हम सिर्फ राज्य की सेवा करना चाहते हैं.
एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे द्वारा कांग्रेस-एनसीपी से गठबंधन करने को भी गलत बताया. उन्होंने कहा कि इस गठबंधन की वजह से राज्य का विकास रुका.
फडणवीस ने कहा कि शिवसेना के विधायक शुरू से कांग्रेस और एनसीपी के साथ गठबंधन को तैयार नहीं थे. उन्होंने उद्धव ठाकरे के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की है नाकि बगावत की है.