सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के खिलाफ चल रहे दुष्कर्म मामले में 25 अगस्त को कोर्ट का फैसला आना है. मामले की संवेनशीलता को देखते हुए हरियाणा सरकार ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. 10 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को अलग से पंचकूला में तैनात किया गया है. इनके अलावा 2500 पुलिसकर्मी, अर्ध सैनिक बल तथा अन्य सुरक्षा एजेंसियों को पंचकुला के चप्पे-चप्पे पर लगाया गया है. अर्ध सैनिक बलों की 8 कंपनियां हरियाणा आ चुकी हैं तथा केंद्र सरकार से और अधिक कंपनियों की मांग की गई है. सुरक्षा एजेंसियों से मिली जानकारी के मुताबिक डेरा प्रमुख खुद ही कोर्ट में पेश होंगे. पुलिस को यह जिम्मेदारी नहीं दी गई है. डेरा के नाम पर जो भी लाइसेंसी हथियार हैं उन्हें पुलिस थानों में जमा कराया जा रहा है. सरकार अपनी तरफ से कोई भी जोखिम नहीं उठाना चाह रही है.
इस पूरे मामले में 5 खास बातें
गुरमीत राम रहीम को लेकर पंचकूला के सीबीआई कोर्ट और सेक्टर 1 की किलेबंदी कर दी गई है. जिले में करीब 43 जगह हैवी बैरिकेडिंग सहित बॉर्डर सील किये गए.
चप्पे चप्पे पर पैरामिलिट्री फ़ोर्स और पुलिस तैनात की गई है. ड्रोन कैमरा द्वारा शहर के कोने कोने पर नज़र रखी जा रही है.
कई किलोमीटर तक खुली सड़कों पर और पार्कों मे डेरा समर्थक डेरा जमाए हैं. पंचकुला के सेक्टर 23 में भी भारी तादाद में लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है.
ये लोग हरियाणा, पंजाब व आसपास के कई राज्यों से पंचकुला के नाम चर्चा घर में पहुंच रहे हैं. साध्वी योन शोषण मामले में फैसले से पहले हरियाणा के सभी मंत्रियों और विधायकों की ड्युटी लगाई गई है.
कैबिनेट की अनौपचारिक बैठक में 24 और 25 अगस्त को सभी मंत्रियों और विधायकों को अपने अपने क्षेत्रों में रहने के निर्देश दिये गए. सभी मंत्री और विधायक अपने क्षेत्र में रहकर डेरा सच्चा सौदा के प्रतिनिधियों से मिलकर शांति व्यवस्था बनाये रखने का प्रयास करेंगे.