मुंबई के लोगों को समुद्र में ऊंची लहरें उठने के मद्देनजर तट पर नहीं जाने की सलाह दी गई है
मुंबई:
महाराष्ट्र सरकार ने चक्रवात ओखी के मद्देनजर मौसम खराब रहने की आशंका को लेकर मुंबई और उसके आसपास के जिलों में स्कूलों एवं कॉलेजों में मंगलवार को छुट्टी घोषित कर दी है. भारतीय मौसम विभाग के मुंबई कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस चक्रवात के प्रभाव से शहर में बारिया शुरू हो गई है. बीएमसी की आपदा प्रबंधन इकाई ने चक्रवात के कारण सोमवार रात और मंगलवार सुबह समुद्र में ऊंची लहरें उठने के मद्देनजर तट पर नहीं जाने का परामर्श जारी किया है.
मुंबई के करीब ओखी तूफान
- मौसम विभाग के एक अधिकारी के अनुसार उत्तरी कोंकण और उत्तरी मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है.
- अधिकारी ने कहा कि चक्रवात का केंद्र मुंबई से करीब 600 किलोमीटर दूर है, लेकिन बादल का दायरा तटीय क्षेत्रों में फैल गया है. इसके चलते मुंबई में हल्की बारिश शुरू हो गई है.
- चक्रवात के महाराष्ट्र पहुंचने पर बादल घने हो जाएंगे एवं अगले दो दिनों में 50-60 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलेंगी.
- महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने ट्वीट किया, 'चक्रवात ओखी के कारण मौसम खराब रहने की आशंका के मद्देनजर मुंबई महानगर क्षेत्र, सिंधुदुर्ग, ठाणे, रायगढ़ और पालघर जिलों में एहतियात के तौर पर स्कूलों एवं कॉलेजों में मंगलवार की छुट्टी घोषित की गई है.'
- दक्षिण तट पर तबाही मचाने के बाद चक्रवात ओखी के मंगलवार को तूफानी हवाओं के साथ मध्य रात में तटीय गुजरात पहुंचने की आशंका है. इससे राज्य में अगले दो दिन में कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है.
- भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि ओखी अब सूरत से तकरीबन 850 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है और इसके डीप डिप्रेशन के तौर पर 5 दिसंबर की मध्य रात्रि तक दक्षिण गुजरात और सूरत के निकट उत्तरी महाराष्ट्र के आस-पास के क्षेत्रों को पार करने की संभावना है.
- गुजरात सरकार ने राज्य के तटीय क्षेत्र में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे सभी ऐहतियाती कदम उठाएं. सूरत, नवसारी और राजकोट में एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है. सेना, नौसेना और बीएसएफ को चक्रवात के मद्देनजर सतर्क कर दिया गया है.
- वहीं, केंद्र सरकार ने बताया है कि तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में चक्रवात ओखी से प्रभावित 1,540 लोगों को कई एजेंसियों ने सुरक्षित बचाया है, जिनमें मछुआरे भी शामिल हैं.
- बयान में कहा गया है कि सरकारी एजेंसियों और तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप प्रशासन द्वारा लगाए गए राहत शिविरों में रहनेवाले लोगों को राहत सामग्री भी मुहैया कराया जा रहा है. इस हालात से निपटने के लिए एजेंसियां तेजी से काम कर रही हैं.
- आधिकारिक बयान में बताया गया है कि केंद्र सरकार ने 10 कोस्ट गार्ड शिप, छह विमान, चार हेलिकॉप्टर और नौसेना के 10 जहाजों को बचाव एवं राहत कार्य के लिए लगाया है.