कांग्रेस महाधिवेशन : क्या एनडीए में बिखराव का फायदा उठा पाएगी कांग्रेस, 10 बड़ी बातें

राजनीतिक प्रस्ताव पास होने के साथ-साथ यूपीए का कुनबा बढ़ाने पर भी जोर रहेगा. महाधिवेशन की शुरुआत में राहुल गांधी का भाषण होगा.

कांग्रेस महाधिवेशन : क्या एनडीए में बिखराव का फायदा उठा पाएगी कांग्रेस, 10 बड़ी बातें

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ( फाइल फोटो )

नई दिल्ली: आज भारतीय राजनीति में एक अहम सवाल है कि क्या एनडीए के बिखराव का फायदा क्या कांग्रेस उठा पाएगी? वो अपने सबसे बुरे दौर में चल रही है. फूलपुर-गोरखपुर में उसका प्रदर्शन काफी दयनीय रहा. इन हालात में कांग्रेस का अधिवेशन हो रहा है. राहुल गांधी की अध्यक्षता में पहली बार हो रहे कांग्रेस अधिवेशन में कई अहम चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी. राजनीतिक प्रस्ताव पास होने के साथ-साथ यूपीए का कुनबा बढ़ाने पर भी जोर रहेगा. महाधिवेशन की शुरुआत में राहुल गांधी का भाषण होगा.

10 बड़ी बातें

  1. सोनिया ने हाल ही में कहा कि पार्टी को लोगों तक पहुंचने की रणनीति बदलने की ज़रूरत है. इस लिहाज से ये अधिवेशन अपने युवा अध्यक्ष राहुल गांधी के नाम पर मुहर लगाने के अलावा ये भी देखेगा कि पार्टी किस राह चले, किन मुद्दों को लेकर चले.

  2. कांग्रेस के सामने इस साल कई राज्यों के चुनाव हैं. कर्नाटक में सरकार बचाने की चुनौती है तो राजस्थान, छत्तीसगढ, मध्य प्रदेश में बीजेपी का दुर्ग ढहाने की. 

  3. राहुल के आने के बाद पार्टी के भीतर नई और पुरानी पीढ़ियों के टकराव की बात भी उठती रही है.   शनिवार सुबह राहुल के भाषण से बहुत सारी बातें साफ़ होंगी. नई कार्यसमिति भी बनेगी.

  4. कांग्रेस को जल्द ही यह तय करना होगा कि वह यूपीए को मज़बूत करे या तीसरे मोर्चे के साथ खड़ी हो. 2019 की चुनौती की कमान अपने हाथ में थामने के लिहाज से राज्यों के चुनाव उसके लिए काफी अहम होंगे.  

  5. दरअसल ये अधिवेशन उसके लिए मिशन 2019 की शुरुआत भी होगी. पार्टी के सामने अपने प्रदर्शन को सुधारने के साथ ही ज्यादा से ज्यादा सहयोगी दलों को साथ लेने की भी चुनौती होगी.

  6. उत्तर प्रदेश में पार्टी का प्रदर्शन बहुत ही खराब है वहां पर सपा-बसपा के एक साथ आने की संभावना है ऐसे में कांग्रेस के लिए यह अच्छा होगा कि वह इन दोनों के साथ मिलकर सरकार बनाए. इसके संकेत कांग्रेस पहले से ही दे रही है.

  7. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार से इसी हफ्ते मुलाकात की है. ऐसा माना जा रहा है कि 2019 के आम चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ विपक्ष के संयुक्त मोर्चे के लिए प्रयासों को मजबूती देने के लिए यह मुलाकात हुई है. 

  8. एनडीए से अलग हुई टीडीपी भी यूपीए के साथ जा सकती है. वहीं ममता बनर्जी भी हो सकता है चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस से मिल जाएं. 

  9. कांग्रेस के एक नेता ने कहा, ‘‘ इस बार अन्य सत्रों की तुलना में महाधिवेशन अलग होगा क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष नेताओं की तुलना में कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देना चाहते हैं.’’

  10. कांग्रेस प्रमुख की बजाय ध्यान कार्यकर्ताओं पर केन्द्रित होगा जिन्हें पार्टी की भावी रणनीति के बारे में बोलने का मौका दिया जाएगा.