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लखनऊ:
मायावती ने सभी कयासों को खत्म करते हुए मंगलवार को बसपा के राज्यसभा उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है. पहले कयास लगाए जा रहे थे कि बसपा प्रमुख मायावती राज्यसभा अपने भाई आनंद सिंह को भेज सकती हैं लेकिन उन्होंने पार्टी के वफादार कार्यकर्ता और पूर्व विधायक भीमराव अंबेडकर को राज्यसभा चुनावों के लिए उम्मीदवार बनाया. मंगलवार को बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी मुख्यालय में विधायकों व प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक बुलाई थी जिसमें भीमराव अंबेडकर के नाम की घोषणा की.
बसपा राज्यसभा उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर के बारे में पांच बातें
- भीमराव अंबेडकर इटावा के रहने वाले हैं और वह 2007 के विधानसभा चुनावों में लखना सीट से चुनाव जीते थे.
- 2012 के चुनावों में भीमराव अंबेडकर को टिकट नहीं दिया गया था. इसके साथ ही मायावती के राज्यसभा चुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लग गया है.
- बसपा के राज्यसभा उम्मीदवार उतरने के फैसले के बाद उपचुनाव में सपा को समर्थन से उपजे भ्रम की भरपाई करने की कोशिश की गई है.
- यूपी में खिसकते दलित वोट बैंक पर दोबारा से पकड़ बनाने के लिए भी मायावती ने पार्टी के कार्यकर्ता और दलित चेहरे भीम राव अंबेडकर को टिकट दी है.
- यूपी की 10 राज्यसभा सीटों पर 23 मार्च को चुनाव होने हैं. यूपी में बीएसपी के सिर्फ 19 विधायक हैं और ऐसे में बिना किसी पार्टी के समर्थन के उनका जीतना मुश्किल है. सपा बसपा को राज्यसभा चुनाव में समर्थन दे रही है.