गुरुवार के दिन की जाती है भगवान विष्णु की पूजा, भक्त मान्यतानुसार रखते हैं कुछ बातों का ध्यान

Vishnu Puja: प्रत्येक वार को अलग-अलग देवी-देवताओं से जोड़ा गया है. गुरुवार का संबंध भगवान विष्णु से बताया जाता है.

गुरुवार के दिन की जाती है भगवान विष्णु की पूजा, भक्त मान्यतानुसार रखते हैं कुछ बातों का ध्यान

Lord Vishnu: मान्यतानुसर गुरुवार का संबंध भगवान विष्णु और बृहस्पति देव से है.

खास बातें

  • गुरुवार को कुछ काम माने गए हैं निषेध.
  • माना जाता है कि गुरुवार का बृहस्पति देव से है संबंध.
  • गुरुवार के दिन की जाती है भगवान विष्णु की पूजा.

Thursday Remedy: हिंदू धर्म में हर दिन का अलग-अलग महत्व बताया गया है. प्रत्येक वार को अलग-अलग देवी-देवताओं से जोड़ा गया है. गुरुवार (Thursday) का संबंध भगवान विष्णु (Lord Vishnu) से बताया जाता है. इसके अलावा गुरुवार (Guruvar) का संबंध बृहस्पति देव (Brihaspati Dev) से भी माना गया है. इसलिए गुरुवार को भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा की जाती है. ज्योतिष शास्त्र (Astrology) की मानें तो गुरुवार का संबंध बृहस्पति ग्रह (Jupiter Planet) से है. मान्यता है कि गुरुवार के दिन कुछ काम करने से कुंडली का बृहस्पति ग्रह कमजोर स्थिति में आ जाता है. जिससे जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कि गुरुवार के भक्त किन कार्यों से परहेज करते हैं. 

गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा


धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक गुरुवार के दिन बाल काटने और कटवाने की मनाही है. दरअसल मान्यता है कि इसके गुरू ग्रह कमजोर होता है. कहा जाता है कि गुरू ग्रह के कमजोर होने पर तमाम तरह की समस्याएं उत्पन्न होती हैं. 

कहा जाता है कि गुरुवार के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. तुलसी को भगवान विष्णु की प्रिय माना जाता है इसलिए इस दिन तुलसी तोड़ना धर्मशास्त्रों में निषेध है. 

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक गुरुवार को घर में पोछा लगाने से परहेज किया जाता है. माना जाता है कि इससे कुंडली का बहस्पति ग्रह कमजोर होता है. वहीं ईशान कोण के स्वामी बृहस्पति देव ही हैं. ऐसे में यह गोण भी कमजोर हो जाता है. जो कि देवी-देवताओं के संबंधित माना गया है. 

ज्योतिष के मुाबिक जन्म कुंडली का दूसरा और 11वां भाव धन का होता है. इन दोनों भाव के स्वामी बृहस्तपति को माना जाता है, इसलिए गुरुवार दे दिन दिन शेविंग करने से माना किया जाता है. दरअसल कहा जाता है कि ऐसा करने से बृहसपति कमजोर बनता है जिससे धन की हानि होती है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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