कोई भी संत बिना गुनाह का नहीं होता, उनके जीवन में भी होता है लालच और पाप: पोप फ्रांसिस

कोई भी संत बिना गुनाह का नहीं होता, उनके जीवन में भी होता है लालच और पाप: पोप फ्रांसिस

फाईल फोटो

वेटिकन सिटी:

ईसाईयों के सर्वोच्च धर्मगुरू पोप फ्रांसिस ने कहा कि ईश्वर जो बजाहिर नजर आता है, उससे आगे जाकर लोगों के दिलों को देखता है। उसे पता है कि ऐसा कोई संत नहीं है जिसका कोई अतीत न हो। 

अपनी रिहाइश वेटिकन के सांता मार्टा होटल में पोप फ्रांसिस ने प्रवचन में कहा, "ईश्वर दिलों को देखता है। हम आम तौर से जो नजर आता है, उसके दास बन जाते हैं और खुद भी वैसा दिखना चाहते हैं: लेकिन ईश्वर सच्चाई जानता है।"

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संतों तक के जीवन में भी होता है लालच और पाप

पोप ने कहा कि बाइबिल में दर्ज राजा डेविड ने दिखाया है कि संतों तक के जीवन में लालच और पाप होता है। डेविड ने बड़े गुनाह किए लेकिन पश्चाताप किया। उन्होंने एक लंबा जीवन जिया, उसमें पाप किए। लेकिन, इसके बाद वह संत बन गए।"

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उन्होंने कहा, "इस इन्सान की जिंदगी मुझे हिला देती है। यह हमें हमारे जीवन के बारे में सोचने पर बाध्य करती है। यह मुझे सोचने पर बाध्य करती है कि ईसाई यात्रा में, वह यात्रा जो प्रभु चाहता है कि हम करें, कोई भी ऐसा संत नहीं है जिसका अतीत न हो और कोई ऐसा पापी नहीं है जिसका कोई भविष्य नहीं होगा।"