विज्ञापन

Som Pradosh व्रत पर करें इन स्तोत्र का पाठ, मिलेगा शुभ फल, आइए जानते हैं क्या

सोम प्रदोष व्रत पर विशेष तरह के मंत्र आदि पढ़ने से इस व्रत का फल दोगुना मिल सकता है. आइए जानते हैं उन मंत्रों के बारे में जो इस दिन जप करना चाहिए. 

Som Pradosh व्रत पर करें इन स्तोत्र का पाठ, मिलेगा शुभ फल, आइए जानते हैं क्या
ऊँ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि, तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्।

Som pradosh vrat mantra : प्रदोष व्रत भगवान शिव की पूजा (lord Shiva) अर्चना के लिए समर्पित है. इस दिन सच्चे मन से शिव जी की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है. वहीं, इस दिन उपवास करने से आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. साथ ही इस दिन विशेष तरह के मंत्र (Som Pradosh mantra's) आदि पढ़ने से इस व्रत का फल दोगुना मिल सकता है. आइए जानते हैं सोम प्रदोष में किन मंत्रों का जाप करना चाहिए. 

2 या 3 फरवरी में से बसंत पंचमी इस द‍िन मनाई जाएगी, यहां जानिए सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त, महत्व और क्‍या लगाएं भोग

सोम प्रदोष व्रत पर कौन से मंत्र का करें पाठ - Which mantra should be recited on Som Pradosh fast?

ॐ सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके

ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्

ॐ मृत्युंजय परेशान जगदाभयनाशन

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्

ॐ नमः शिवाय

ॐ महादेवाय नमः

ॐ कार्तिकेय नमः

ॐ पार्वती नमः

ॐ गौरीशंकरार्धनाथ्री नमः

ॐ नमः शिवाय गुरुदेवाय नमः

ॐ ह्रौं जूं सः भूर्भुवः स्वः, ॐ त्र्यम्बकं स्यजा महे सुगन्धिम्पुष्टिवर्द्धनम्‌। उर्व्वारूकमिव बंधनान्नमृत्योर्म्मुक्षीयमामृतात्‌, ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।

ऊँ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि, तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्।

करचरणकृतं वाक् कायजं कर्मजं वा श्रवणनयनजं वा मानसंवापराधं।
विहितं विहितं वा सर्व मेतत् क्षमस्व जय जय जय करुणाब्धे श्री महादेव शम्भो।।

प्रदोष व्रत का महत्व - Significance pradosh vrat 2025

सोम प्रदोष व्रत पर भोलेनाथ की विधि-विधान से पूजा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है. यह उपवास बहुत कल्याणकारी माना गया है. इस दिन सच्चे मन से पूजा-अर्चना करने से मानसिक शांति, सुख-समृद्धि और संतान की प्राप्ति होती है. वहीं, जिन लोगों के विवाह में अड़चन आ रही है, उन्हें प्रदोष व्रत जरूर करना चाहिए. मान्यता है शिव जी से जुड़े उपवास करने से मनचाहा वर प्राप्त होता है. वहीं, विवाहित लोगों को यह उपवास करने से वैवाहिक जीवन में सुख शांति बनी रहती है. आपको बता दें कि यह व्रत महीने में 2 बार आता है यानी 1 साल में 24 प्रदोष व्रत. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com