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This Article is From Dec 10, 2023

Mahashivratri 2024: कब है फाल्गुन माह की महाशिवरात्रि, जानिए तिथि और चारों पहर की पूजा का मुहूर्त

Falgun Month Maha Shivratri correct date : सनातन धर्म में महाशिवरात्रि का बहुत महत्व है. मान्यता है कि फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को भगवान शिव का माता पार्वती से विवाह संपन्न हुआ था इसलिए फाल्गुन माह की महाशिवरात्रि बहुत धूमधाम से मनाई जाती है.

Mahashivratri 2024: कब है फाल्गुन माह की महाशिवरात्रि, जानिए तिथि और चारों पहर की पूजा का मुहूर्त
Falgun month shivratri 2024 : आइए जानते हैं फाल्गुन माह की महाशिवरात्रि की तिथि और पूजा का मुहूर्त. (Mahashivratri Date Time and Muhurt).

Mahashivratri 2024: सनातन धर्म में महाशिवरात्रि का बहुत महत्व है. शिव की अराधना (Lord Shiva Puja) के लिए परम शुभ महाशिवरात्रि वर्ष में दो बार मनाई जाती है. पहली महाशिवरात्रि फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है और दूसरी सावन माह के कृष्ण पक्ष (Krishna Paksha) के की चतुर्दशी को. मान्यता है कि फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को भगवान शिव का माता पार्वती से विवाह संपन्न हुआ था इसलिए फाल्गुन माह की महाशिवरात्रि बहुत धूमधाम से मनाई जाती है. आइए जानते हैं फाल्गुन माह की महाशिवरात्रि की तिथि और पूजा का मुहूर्त. (Mahashivratri Date Time and Muhurt)

फाल्गुन महाशिवरात्रि कब है

वर्ष 2024 में फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 8 मार्च को रात 9 बजकर 57 मिनट से 9 मार्च को शाम 6 बजकर 17 मिनट तक है. पूजा के मुहूर्त के अनुसार फाल्गुन महाशिवरात्रि 8 मार्च को मनाई जाएगी.

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शुभ मुहूर्त 

महाशिवरात्रि की पहले पहले की पूजा  8 मार्च को शाम 6 बजकर 25 मिनट से 9 बजकर 28 मिनट तक की जा सकती है.

महाशिवरात्रि  की दूसरे पहर की पूजा 8 मार्च को 9 बजकर 28 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक की जा सकती है.

महाशिवरात्रि  की तीसरे पहर की पूजा 9 मार्च को 12 बजकर 30 मिनट से प्रात: 3 बजकर 34 मिनट तक की जा सकती है.

महाशिवरात्रि  की चौथे पहर की पूजा 9 मार्च को प्रात: 3 बजकर 34 मिनट से सुबह 6 बजकर 37 मिनट तक की जा सकती है.

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महाशिवरात्रि का महत्व

मान्यता है कि फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी यानी महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती से विवाह संपन्न हुआ था. माता पार्वती ने पति के रूप में भगवान शिव को पाने के लिए कटोर तप किया था और महाशिवरात्रि के दिन उनकी तपस्या सफल हुई थी. इस दिन सुहागिने अखंड सौभाग्य के लिए महाशिवरात्रि का व्रत रखती हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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