प्रतीकात्मक चित्र
यदि आप किसी मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में फ़्लैट खरीदने जा रहे हैं, तो केवल बजट और लोकेशन को ही प्राथमिकता नहीं दें. एक सही और लाभकारी मकान या फ़्लैट खरीदने से पहले वास्तुशास्त्र के कुछ नियमों को भी ध्यान रखा जाए, तो अनेक परेशानियों से बचा जा सकता है.
- जिस जमीन पर मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनी है, वह आयताकार होना चाहिए. साथ ही उत्तर और पूर्व दिशा में जगह ज्यादा खुली होनी चाहिए.
- मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के आसपास बड़ा अस्पताल, श्मशान, कब्रिस्तान या कसाईखाना न हो क्योंकि इन जगहों से निकलने वाली नकारात्मक ऊर्जा एक बड़े हिस्से को प्रभावित करती है.
- मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में फ़्लैट खरीदने जा रहे हैं, तो ध्यान दें उस बिल्डिंग की भूमिगत पानी की टंकी, कूप या नलकूप उत्तर या पूर्व दिशा अथवा ईशान कोण में हो.
- मल्टीस्टोरी बिल्डिंग की चारदीवारी उत्तर की तुलना में दक्षिण में और पूर्व की तुलना में पश्चिम में ज्यादा ऊंची होना चाहिए.
- किसी भी मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में ग्राउंड फ्लोर पर रहने वालों पर वास्तु दोषों का पूरा प्रभाव पड़ता है. इन दोषों का प्रभाव ऊपरी मंजिल पर रहने वालों पर क्रमश: कम होता जाता है.
- मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के लिए लगाया जाने वाला जेनरेटर का कमरा दक्षिण-पूर्व यानी आग्नेय क्षेत्र में होना चाहिए.
- मल्टीस्टोरी बिल्डिंग का मुख्य द्वार और मकान या फ़्लैट का दरवाजा दोनों ही अवरोध रहित होना चाहिए. इनके सामने कोई बाधा नहीं होनी चाहिए.
- मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में ऊपर जाने की सीढ़ियां ईशान कोण में नहीं बल्कि दक्षिण या पश्चिम में घड़ी की सुइयों की दिशा में होनी चाहिए. ऐसा मकान या फ़्लैट जो सीढ़ियों के एकदम सामने पड़ता हो, कभी न खरीदें.
- जिस मकान या फ़्लैट को कोई परिवार बहुत दुखी या परेशान होकर छोड़ गया हो उसे नहीं खरीदना चाहिए और न ही किराए पर लेना चाहिए.
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