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This Article is From Dec 23, 2015

यहां बनकर तैयार है रामायण में वर्णित जटायु की याद में नेचर पार्क, 2016 में ओपनिंग

यहां बनकर तैयार है रामायण में वर्णित जटायु की याद में नेचर पार्क, 2016 में ओपनिंग
रामायण की कथाओं से प्रेरित होकर केरल में एक पार्क बन रहा है, जो इस महाकाव्य में वर्णित पक्षी जटायु को समर्पित है। जटायु नेचर पार्क के नाम से बन रहा यह मानव-निर्मित एक अद्भुत प्राकृतिक पार्क है, जिसका उद्देश्य प्राकृतिक सहजीवन के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा देना है।

उल्लेखनीय है कि रामायण में वर्णित जटायु ने रावण से तब युद्ध किया था जब रावण सीता का अपहरण करके लंका ले जा रहा था। जटायु के भीतर अपार शक्ति थी, लेकिन महाशक्तिवान रावण ने उसके पंख काट डाले थे और घायल जटायु धरती पर आ गिरा था।

इस पार्क में एक पहाड़ी के ऊपर जटायु एक विशाल प्रतिमा बनी है। कहा जा रहा है कि वह प्रतिमा ठीक उसी जगह स्थापित है, जहां त्रेतायुग में जटायु युद्ध में घायल होकर गिरा था।

दुनिया में पक्षियों पर बनी सबसे बड़ी प्रतिमा है यहां

इस पार्क के चीफ आर्टिटेक्ट के अनुसार, "यह पार्क रॉक थीम नेचर पार्क है, यहां कुछ ऐसे अद्भुत थीम और नज़ारे हैं जिन्हें देखना आश्चर्य की अनुभूति देगा। यह अगले साल यानी 2016 तक बनकर पूरा तैयार हो जाएगा और आम नागरिकों और पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा।"

उन्होंने बताया, "यहां बनी पक्षीराज जटायु की मूर्ति पूरी दुनिया में पक्षियों पर बनी सबसे बड़ी प्रतिमा है। यह मूर्ति 70 फीट ऊंची, 150 फीट चौड़ी और 200 फीट लंबी है। इस मूर्ति के अंदर एक म्यूजियम और एक 6डी थियेटर भी मौजूद है।"

उन्होंने बताया, "यहां केरल के प्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सा की भी सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।"

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