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रणबीर कपूर की रामायणम को टक्कर देने आ रहा है ‘चिरंजीवी हनुमान’, इस फिल्म को बनाने में लगे 500 लोग

एआई को लेकर फिल्म जगत में लगातार बहस जारी है. वहीं बॉलीवुड में एआई की मदद से बनने वाली पहली फुल-लेंथ फीचर फिल्म की तैयारी शुरू हो चुकी है.

रणबीर कपूर की रामायणम को टक्कर देने आ रहा है ‘चिरंजीवी हनुमान’, इस फिल्म को बनाने में लगे 500 लोग
एआई की मदद से बनेगी फिल्म ‘चिरंजीवी हनुमान’
नई दिल्ली:

एआई को लेकर फिल्म जगत में लगातार बहस जारी है. वहीं बॉलीवुड में एआई की मदद से बनने वाली पहली फुल-लेंथ फीचर फिल्म की तैयारी शुरू हो चुकी है. कलेक्टिव मीडिया नेटवर्क और एबंडेंशिया एंटरटेनमेंट ने देश की पहली एआई आधारित फिल्म पर काम शुरू कर दिया है, जिसका नाम है ‘चिरंजीवी हनुमान'. करीब 500 लोगों की एक बड़ी टीम बेंगलुरु में फिल्म के काम में दिन-रात जुटी हुई है. यह महत्वाकांक्षी फिल्म 2026 में रिलीज होने की योजना है.

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एबंडेंशिया एंटरटेनमेंट के फाउंडर और सीईओ विक्रम मल्होत्रा ने कहा, “एआई हमारी मदद करेगा नई संभावनाओं के दरवाज़े खोलने में, जब हम हनुमान की कहानी कहेंगे. यह तकनीक भारतीय सिनेमा को नई दिशा दे सकती है.” वहीं कलेक्टिव आर्टिस्ट नेटवर्क के फाउंडर और ग्रुप सीईओ विजय सुब्रमण्यम ने कहा, “हॉलीवुड की बहुत-सी फिल्में भारतीय पौराणिक कथाओं और प्राचीन कहानियों से प्रेरित रही हैं. हमारे पास अपनी हिस्ट्रीवर्स के तहत कहने के लिए अनगिनत कहानियां मौजूद हैं, जिन्हें अब तकनीक की मदद से दुनिया के सामने और बेहतर तरीके से प्रस्तुत किया जा सकता है.”

बातचीत के दौरान उन्होंने यह भी जोड़ा, “अभी फिल्म जगत में एआई को लेकर थोड़ी झिझक है, लेकिन जब भी कोई नई तकनीक आती है, तो शुरुआत में लोग उसे अपनाने से हिचकिचाते हैं. आने वाले समय में यह झिझक कम होगी और संभावनाएं बढ़ेंगी.” दरअसल, एआई के इस्तेमाल को लेकर काफी समय से फिल्म इंडस्ट्री में चर्चा हो रही है. लेकिन यह बहस एआई के इस्तेमाल से ज़्यादा, फिल्मकारों की आपसी क्रिएटिव सहमति और उसकी सीमाओं को लेकर है. जैसा कि आनंद एल. राय की फिल्म रांझणा के मामले में देखा गया था. उम्मीद की जा रही है कि एआई के बढ़ते इस्तेमाल के साथ फिल्मकार आपस में बेहतर सहमति बनाएंगे और क्रिएटिव लिबर्टी को लेकर इसकी एक स्पष्ट सीमा-रेखा तय करेंगे. यही दिशा भविष्य के सिनेमा का स्वरूप गढ़ेगी.

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