मान्यतानुसार भोलेनाथ का बना रहेगा आशीर्वाद जब बेलपत्र अर्पित करते समय करेंगे इस स्तोत्र का जाप

माना जाता है कि महादेव की पूरे मनोभाव से पूजा की जाए तो वे जीवन से सभी कष्टों को हर लेते हैं. यहां जानिए किस स्त्रोत के पाठ से मिल सकती है भगवान शिव की कृपा.

मान्यतानुसार भोलेनाथ का बना रहेगा आशीर्वाद जब बेलपत्र अर्पित करते समय करेंगे इस स्तोत्र का जाप

इस तरह किया जा सकता है भगवान शिव को प्रसन्न.

Shiv Puja: कहते हैं कि देवों के देव महादेव सब देवों में सबसे भोले हैं. अगर सच्चे मन से उनकी पूजा अर्चना की जाए तो वो भक्तों पर असीम कृपा बरसाते हैं. खासकर सोमवार के दिन अगर भांग, धतूरा, बेलपत्र (Belpatra) आदि अर्पित करके उनकी विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाए तो वो साधकों की हर मनोकामना पूरी करते हैं. कहते हैं कि भगवान शिव (Lord Shiva) की पूजा करने से व्यक्ति के हर दुख दूर होते हैं और उसे सुखों की प्राप्ति होती है. ऐसे में शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करने के दौरान आपको भगवान शिव के किस स्तोत्र का जाप करना चाहिए और इसके फायदे क्या होते हैं जानिए यहां. 

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करें श्री शिव बिल्वाष्टकम् स्तोत्र का पाठ

त्रिदलं त्रिगुणाकारं त्रिनेत्रं च त्रियायुधं

त्रिजन्म पापसंहारम् ऐकबिल्वं शिवार्पणं।।

त्रिशाखैः बिल्वपत्रैश्च अच्चिद्रैः कोमलैः शुभैः।

तवपूजां करिष्यामि ऐकबिल्वं शिवार्पणं।।

कॊटि कन्या महादानं तिलपर्वत कोटयः।

काञ्चनं क्षीलदानेन ऐकबिल्वं शिवार्पणं।।

काशीक्षेत्र निवासं च कालभैरव दर्शनं।

प्रयागे माधवं दृष्ट्वा ऎकबिल्वं शिवार्पणं।।

इन्दुवारे व्रतं स्थित्वा निराहारो महेश्वराः।

नक्तं हौष्यामि देवेश ऐकबिल्वं शिवार्पणं।।

रामलिङ्ग प्रतिष्ठा च वैवाहिक कृतं तधा।

तटाकानिच सन्धानम् ऐकबिल्वं शिवार्पणं।।

अखण्ड बिल्वपत्रं च आयुतं शिवपूजनं।

कृतं नाम सहस्रेण ऐकबिल्वं शिवार्पणं।।

उमया सहदेवेश नन्दि वाहनमेव च।

भस्मलेपन सर्वाङ्गम् ऐकबिल्वं शिवार्पणं।।

सालग्रामेषु विप्राणां तटाकं दशकूपयो:।

यज्नकोटि सहस्रस्च ऐकबिल्वं शिवार्पणं।।

दन्ति कोटि सहस्रेषु अश्वमेध शतक्रतौ।

कोटिकन्या महादानम् ऐकबिल्वं शिवार्पणं।।

बिल्वाणां दर्शनं पुण्यं स्पर्शनं पापनाशनं।

अघोर पापसंहारम् ऐकबिल्वं शिवार्पणं।।

सहस्रवेद पाटेषु ब्रह्मस्तापन मुच्यते।

अनेकव्रत कोटीनाम् ऐकबिल्वं शिवार्पणं।।

अन्नदान सहस्रेषु सहस्रोप नयनं तधा।

अनेक जन्मपापानि ऐकबिल्वं शिवार्पणं।।

बिल्वस्तोत्रमिदं पुण्यं यः पठेश्शिव सन्निधौ।

शिवलोकमवाप्नोति ऐकबिल्वं शिवार्पणं।।

श्री शिव बिल्वाष्टकम् स्तोत्र के फायदे

श्री शिव बिल्वाष्टकम् इतना शक्तिशाली स्तोत्र है कि माना जाता है कि इसे पढ़ने भर से साधकों की हर मनोकामना पूर्ण होती है. कहते हैं कि भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र अर्पित करने के दौरान अगर शिव बिल्वाष्टकम् स्तोत्र का पाठ किया जाए तो भगवान भोलेनाथ अति प्रसन्न होते हैं और मनुष्य को सभी पापों से छुटकारा मिलता है. वो असीम सुखों की प्राप्ति करता है और भगवान भोलेनाथ की कृपा हमेशा पाता हैं.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.