चमोली जिले में उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित प्रसिद्व सिख तीर्थस्थल हेमकुंट साहिब के कपाट श्रद्वालुओं के लिये आज से खुल गए हैं. इसके लिये तीर्थयात्रियों का पहला जत्था कल गोविंदघाट से रवाना हुआ था. लगभग पांच हजार तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे को प्रदेश के पर्यटन और धर्मस्व कार्य मंत्री सतपाल महाराज ने हरी झंडी दिखाकर गोविंदघाट से घांघरिया के लिये रवाना किया. इस मौके पर महाराज ने तीर्थयात्रियों से तीर्थस्थल की पवित्रता बनाये रखने की अपील करते हुए कहा कि इस बार हेमकुंट मार्ग में तीर्थयात्रियों के लिये बेहतर व्यवस्था बनाने का प्रयास किया गया है.
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये भी राज्य सरकार की ओर से विशेष प्रयास किये जा रहे हैं. मंत्री ने श्रद्वालुओं से अनुरोध किया कि वे मार्ग और तीर्थस्थल में स्वच्छता बनाये रखने में सहयोग दें.
गोविंदघाट से 15 किलोमीटर दूर स्थित घांघरिया में यह जत्था रात्रि विश्राम करेगा. श्री हेमकुंट गुरूद्वारा प्रबंध समिति के प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि हेमकुंट साहिब के कपाट 25 मई को पूर्वाह्न में श्रद्वालुओं के लिये खोल दिये जायेंगे. उन्होंने बताया कि यात्रा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये भी राज्य सरकार की ओर से विशेष प्रयास किये जा रहे हैं. मंत्री ने श्रद्वालुओं से अनुरोध किया कि वे मार्ग और तीर्थस्थल में स्वच्छता बनाये रखने में सहयोग दें.
गोविंदघाट से 15 किलोमीटर दूर स्थित घांघरिया में यह जत्था रात्रि विश्राम करेगा. श्री हेमकुंट गुरूद्वारा प्रबंध समिति के प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि हेमकुंट साहिब के कपाट 25 मई को पूर्वाह्न में श्रद्वालुओं के लिये खोल दिये जायेंगे. उन्होंने बताया कि यात्रा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं.
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