Eid Al Fitr 2022 Date, Moon Sighting Time, Traditions & Significance: ईद-उल-फितर मुस्लिमों के लिए खास पर्व है. इसे मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन लोग खुदा का शुक्रिया अदा करते हैं. सुबह में नमाज की अदायगी के साथ ही ईद का त्योहार मनाया जाता है. साथ ही इस दिन लोग नए-नए कपड़े पहनते हैं. एक दूसरे से गले मिलते हैं और बधाइयों के साथ उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं. इसके अलावा घरों में तरह-तरह के पकवान भी बनाए जाते हैं. आइए जानते हैं कि ईद-उल-फितर कब है और इसका चांद कब नजर आएगा और इसका इतिहास क्या है.
ईद-उल-फितर का इतिहास क्या है?
इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, हिजरी संवत 2 यानी 624 ईस्वी में पहली बार (तकरीबन 1400 साल पहले) ईद-उल-फितकर मनाया गया था. कुअरान में पहले से ही दो पवित्र दिन का जिक्र किया गया है. जिन्हें ईद-उल-फितर और ईद-उल-जुहा कहा जाता है. कहते हैं कि कुछ इस प्रकार से ईद मनाने की परंपरा चली आ रही है. कहा जाता है कि पैगंबर मुहम्मद ने ईद-उल-फितर की शुरुआत की. इस्लामिक मान्यता के अनुसार ईद-उल-फितर की शुरुआत जंग-ए-बद्र के बाद हुई. जिसमें पैगंबर मुहम्मद साहब की अगुवाई में मुसलमानों को जीत हासिल हुई थी. कहा जाता है कि जीत की खुशी में लोगों ने ईद मनाई थी. ईद उल-फितर का पर्व अमीर से लेकर गरीब हर कोई खुशी से मना सके इसके लिए इस्लाम में गरीबों को फितरा भी दिया जाता है.
ईद-उल-फितर कब है?
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक इस बार ईद-उल-फितर (Eid-Ul-Fitr 2022) 2 मई की शाम को शुरू होगी और चांद का दीदार होने पर 3 मई को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा. इसे मीठी ईद के नाम से भी जानते हैं. रमजान के 10वें शव्वल की पहली तारीख को ईद मनाई जाती है. हालांकि, ईद का दिन चांद देखने के बाद ही निर्धारित किया जाता है कि ईद-उल-फितर कब मनाई जाएगी.
ईद-उल-फितर का चांद कब दिखेगा
इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक इस बार ईद-उल-फितर 2 मई 2022 की शाम से शुरू होगी. अगर इस बार 2 मई को चांद का दीदार हो जाता है तो भारत में ईद-उल-फितर का त्योहार 3 मई को मनाया जाएगा. वहीं अगर चांद का दीदार 3 मई को होता है तो ईद-उल-फितर का त्योहार 4 माई को मनाया जाएगा.
ईद-उल-फितर के मौके पर खास दावत तैयार की जाती है. जिसमें खासतौर से मीठा खाना शामिल किया जाता है. इसे भारत और कुछ दक्षिण एशियाई देशों में मीठी ईद भी कहा जाता है. ईद-उल-फितर पर खासतौर से सेवइयां यानी गेहूं के नूडल्स को दूध के साथ उबालकर बनाया जाता है. साथ ही उसमे सूखे मेवों और फलों को मिलाकर परोसा जाता है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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