कनार्टक के कन्नड़ और संस्कृति मंत्री सी टी रवि ने मंगलवार को कहा, कि कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) के मद्देनजर मैसुरू में विश्व प्रसिद्ध दशहरा ‘सामान्य ढंग' से मनाने का फैसला किया गया है। आज दशहरा उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक में यह तय किया गया कि चामुंडेश्वरी मंदिर और अंबा विलास महल परिसर में सारे पारंपरिक आयोजन दूरी बनाकर रखने के नियम के साथ संपन्न किये जाएंगे तथा विश्व विख्यात जंबू सवारी (हाथियों का जुलूस) महल तक ही सीमित रखा जाएगा।
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रवि ने कहा , ‘‘ कोविड-19 महामारी के मद्देनजर दशहरा सभी परंपराओं का पालन करते हुए सामान्य ढंग से मनाने का निर्णय लिया गया।'मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा की अध्यक्षता में दशहरा उच्चाधिकार प्राप्त समिति की बैठक के बाद उन्होंने कहा, कि अधिक भीड़ को अनुमति दिये बिना सभी परंपराओं को पूरा करते हुए आयोजनों को चामुंडी हिल्स और मैसुरु महल तक सीमित रखा जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस बार जंबू सवारी परंपरा का पालन करते हुए इसे महल परिसर में ही सीमित रखा जाएगा एवं पांच हाथी ही इसमें हिस्सा लेंगे। पांच कोरोना योद्धा प्रतिनिधि -डॉक्टर, नर्स, सिविक कर्मी, आशा कर्मी और पुलिसकर्मी दशहरा आयोजन का उद्घाटन करेंगे।'
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‘नादा हब्बा' (राजकीय उत्सव) के रूप में मनाये जाने वाले इस आयोजन में हर साल कर्नाटक की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित किया जाता रहा है और उसमें लोककलाएं प्रदर्शित की जाती रही हैं। इस साल दशहरा आयोजन 17 से 26 अक्टूबर तक होने की संभावना है। 26 अक्टूबर को विजयादशमी होगी।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं