Dress code in Vrindavan's Banke Bihari Temple: मंदिर आस्था और भक्ति का स्थान होते हैं और इनकी पवित्रता का हमेशा ध्यान रखा जाना चाहिए. यही कारण है कि देश के कई मंदिरों में मंदिर प्रशासन की ओर ड्रेस कोड (Dress code in Temple) लागू किया गया है. इसके तहत भक्तों से मंदिर में शालीन वस्त्रों में आने की अपेक्षा रखी जाती है. अब वृंदावन के प्रसिद्ध ठाकुर श्री बांके बिहारी महाराज मंदिर (Vrindavan's Banke Bihari Temple) में ड्रेस कोड (Dress code) लागू कर दिया गया है. मंदिर प्रशासन ने भक्तों से शालीन वस्त्र में मंदिर आने की अपील करते हुए नोटिस लगा दिया है. इस नोटिस में बकायदा बताया गया कि किस तरह के कपड़ों में मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. मंदिर प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि मंदिर ध्र्म का स्थान है, पर्यटन स्थल नहीं, इसलिए मंदिर में प्रवेश के लिए शालीन वस्त्र में आना जरूरी है. आइए जानते हैं किन वस्त्रों में नहीं मिलेगा मंदिर में प्रवेश और किन किन मंदिरों में है ड्रेस कोड.....
महाकुंभ स्नान के लिए जा रहे हैं तो घर ले आएं ये चीजें, घर-परिवार में आएगी खुशहाली
इन कपड़ों में मंदिर में प्रवेश की मनाही ( No entry into the temple in these clothes)
वृंदावन के प्रसिद्ध ठाकुर श्री बांके बिहारी महाराज मंदिर में नए वर्ष के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु व पर्यक पहुंचते हैं. अब मंदिर में ड्रेस कोड लागू होने के बाद लोगों को हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्क र्ट, नाइट सूट, रिब्ड जींस, चमड़े के बेल्ड पहनकर आने पर मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. मंदिर में लगे नोटिस में ऐसे कपड़ों की तस्वीर भी लगा दी गई है जिन्हें पहनकर आने की मनाही है. इसके साथ ही मंदिर प्रशासन ने लोगों से इस व्यवस्था से सहयोग करने की अपील की है.
इन मंदिरों में भी ड्रेस कोड ( Dress code in these temples also)
देश के कई मंदिरों में ड्रेस कोड लागू है. ऐसा मंदिर में शालीनता बनाए रखने के लिए किया गया. देश के प्रसिद्ध मंदिरों में बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी पहुंचते हैं. पुरी के जगन्नाथ मंदिर में पश्चिमी कपड़े में प्रवेश की मनाही है. इसके अलावा केरल के महाबालेर मंदिर भी पश्चिमी कपड़े में प्रवेश की मनाही , उज्जैन के महाकाल मंदिर में महिलाओं को साड़ी और पुरुषों को कुर्ता व धोती में ही प्रवेश करने अनुमति है. दिल्ली के कालकाजी मंदिर में इसी तर्ज पर ड्रेस कोड लागू है. केरल के गुरुवायुर मंदिर में पुरुषों को पारंपरिक लुंगी में ही प्रवेश की अनुमति है. महाराष्ट्र के संभाजीनगर में 12 ज्योतिर्लिगों में शामिल घृष्णोर महादेव मंदिर में भी ड्रेस कोड का पालन करना जरूर है. यहां पुरुषों को कमर के उपर के वस्त्र यानी शर्ट यो कुर्ता उतारकर प्रवेश करने दिया जाता है. तिरुपति मंदिर में भी शॉट्स या टीशर्ट पहनकर प्रवेया करने की अनुमति नही है. महिलाओं को साड़ी या सूट में ही प्रवेश दिया जाता है. वृंदावन केा के राधा दामोदर, पागल बाबा मंदिर भी ड्रेस कोड लागू है.
मंदिर जाने के पहले रखें ध्यान (Be careful about dress while going to the temple)
अगर आप भी नए साल में मंदिर जाकर प्रभु के दर्शन का लाभ लेना चाहते हैं तो ड्रेस कोड का जरूर ध्यान रखें और पारंपरिक भारतीय वस्त्रों में ही मंदिर जाने की प्लानिंग करें. इसके अलावा अगर आपके घर विदेशी मेहमान आने वाले हैं और आप उन्हें मंदिरों की भव्यता दिखाने का प्लान बना रहे हैं तो भी मेहमानों के कपड़ों का ध्यान जरूर रखें.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं