
Neeb Karoli baba : नैनीताल में स्थित कैंची धाम में हर दिन नीब करोली बाबा के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगती है. यहां पर देश से ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग आते हैं. यह एक ऐसी जगह है जहां पर आप कोई भी मुराद लेकर आते हैं, तो फिर पूरी होती है. इस आश्रम को लेकर कहा जाता है कि यहां जो भी आता है उसका जीवन बदल जाता है. इस धाम में हर साल 15 जून को मेला लगता है जिसमें देश-विदेश से लाखों की संख्या में भक्त शामिल होते हैं.
क्यों चढ़ाते हैं बाबा नीब करोली को कंबल - Why do we offer blankets to Baba Neeb Karoli?
आपको बता दें कि बाबा नीब करोली को हनुमान जी का अवतार माना जाता है. इस मंदिर में 5 देवी-देवताओं के मंदिर हैं, जिसमें हनुमान जी की भी प्रतिमा है.
नीब करोली बाबा धोती पहनते थे और कंबल ओढ़कर रखते थे. यही कारण है श्रद्धालु नीब करोली बाबा के आश्रम पहुंचने के बाद उन्हें कंबल ओढ़ाते हैं. लोग बताते हैं कि नीब करोली बाबा कंबल से ही सारे चमत्कार दिखाते थे. यही कारण है भक्तों के लिए कंबल आस्था का प्रतीक है.
बाबा नीब करोली संकटमोचन बजरंगबली के भक्त थे. इन्होंने देशभर में हनुमान जी के कई मंदिर बनवाए थे. कैंची धाम मंदिर की स्थापना नीब करोली बाबा ने 1964 में की थी. इनकी समाधि नैनीताल के पास पंतनगर में है. आपको बता दें कि कैंची धाम में दर्शन के लिए बड़ी-बड़ी हस्तियां आती हैं.
बाबा नीब करोली से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें - Important things related to Baba Neem Karoli
- इस आश्रम में सबसे ज्यादा अमेरिकी आते हैं.
- यह आश्रम पहाड़ी इलाकों में देवदार के पेड़ के बीच में है.
- बाबा पर रिचर्ड एलपर्ट ने नीम करोली बाबा पर एक किताब भी लिखी है 'मिरेकल ऑफ लव'
- इनके भक्त में स्टीव जॉब्स, फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग और हॉलीवुड एक्ट्रेस जुलिया शामिल हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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