2026 Astrology Predictions For India: 15 अगस्त 1947 की रात्रि को 12 बजे जब भारत देश आजाद हुआ तो उस समय जो कुंडली बनी वह वृषभ लग्न की है. उस समय स्थिर लग्न का यह समय इसलिए चुना गया था ताकि देश का लोकतंत्र स्थिर रहे. भारत की कुंडली के अनुसार आने वाला साल समय विभिन्न क्षेत्रों को लेकर कैसा रहने वाला है? किन क्षेत्रों में भारत बहुत ज्यादा बेहतर काम करने वाला है और किन चीजों को लेकर चुनौती बनी रहेगी? मौजूदा मोदी सरकार के लिए कब समय अनुकूल और प्रतिकूल रह सकता है? प्रमुख सहयोगी दलों के साथ उनके रिश्तों में कब उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है? भारत के लिए आखिर कैसा रहने वाला साल 2026? आइए अयोध्या के जाने-माने ज्योतिषी सुशील कुमार सिंह के माध्यम से इसे विस्तार से जानते और समझते हैं.
नये साल से पहले दिसंबर 2025 में कुछ ऐसी रहेगी स्थिति
दिसंबर के महीने में ग्रहों की चाल अत्यंत तीव्र ऊर्जा लेकर आ रही है. इस महीने 4 दिसंबर को पूर्णिमा और ठीक उसके अगले दिन 5 दिसंबर को गुरु (बृहस्पति) का मिथुन राशि में वक्री रूप में प्रवेश करना तथा 7 दिसंबर को मंगल का राशि चक्र में स्थिति बदलना, यह सभी कठिन स्थिति को प्रदर्शित कर रहा है. इन ग्रहों के बीच एक जटिल दृष्टि–संबंध बनता है. इसमें मंगल शनि को देख रहा है, शनि मंगल को देख रहा है, मंगल बृहस्पति को देख रहा है और बृहस्पति मंगल को देख रहा है. ज्योतिष में ऐसी पारस्परिक दृष्टि को अत्यंत उग्र, तनावपूर्ण और परिणामकारी माना जाता है. इसके बाद 19 दिसंबर को अमावस्या और 3 मार्च 2026 को पड़ने वाला ग्रहण पूरे परिदृश्य को और अधिक संवेदनशील बना देता है.

क्या कहते हैं ग्रह-नक्षत्र?
भारतीय स्वतंत्रता की कुंडली के अनुसार इस समय भारत मंगल की महादशा से गुजर रहा है, जो 5 फरवरी तक जारी रहेगी. मंगल की ऊर्जा तेज, आक्रामक और उतार–चढ़ाव से भरी मानी जाती है, इसलिए इस दौरान देश के भीतर राजनीतिक और सामाजिक घटनाएं देखने को मिलेंगी.
साल 2026 में किन क्षेत्रों में बुलंदी पर रहेगा भारत?
ज्योतिष के अनुसार साल 2026 भारत के लिए मिश्रित फलदायी कहा जाएगा लेकिन इस साल ऊर्जा क्षेत्र में बड़ी सफलता और तरक्की देखने को मिल सकती है. साल 2026 में भारत ऊर्जा क्षेत्र में कुछ नया करेगा. साथ ही साथ खेल की दुनिया और माइनिंग के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल होगी. साल 2026 में भारत की झोली में कुछेक बड़े पदक और पुरस्कार गिर सकते हैं. नये साल में तांबा और कुछ अन्य मेटल्स तथा मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में भारत अपने झंडे गाड़ेगा. साल 2026 में भारत एक सकारात्मक ऊर्जा से लबालब रहेगा. साल 2026 में विज्ञान के क्षेत्र में में कुछेक बहुत बड़े काम होंगे. इस साल भारत कुछेक नए हथियार बना सकता है. आने वाले सालों में भारत हथियार बनाने वाले अग्रणी देशों में शामिल होगा.
तब आएगी सरकार की परीक्षा की घड़ी
ज्योतिष के अनुसार जून 2025 से बनने वाली परिस्थितियां केंद्र सरकार के लिए कड़ी परीक्षा जैसी हो सकती हैं. दिसंबर 2025 से राजनीतिक स्तर पर भाजपा नेताओं और प्रमुख व्यक्तियों के लिए चुनौतीपूर्ण समय लेकर आ सकता है. इस दौरान एनडीए के घटक दलों के बीच अंदरूनी मतभेद बढ़ने की आशंका रहेगी. सरकार में शामिल सबसे भरोसेमंद सहयोगी से भी मनमुटाव संभव है. इस दौरान विपक्ष हावी होने की कोशिश कर सकता है.
2026 के ग्रहण चक्र से भारत और अमेरिका दोनों होंगे प्रभावित
ज्योतिष के अनुसार नये साल में 3 मार्च 2026 का ग्रहण का असर न सिर्फ भारत बल्कि अमेरिका पर प्रभाव डाल सकता है, क्योंकि ग्रहण सिंह राशि से सम्बंधित है और अमेरिका की राष्ट्रीय कुंडली का लग्न भी सिंह माना जाता है. सिंह लग्न ज्योतिष में शक्ति, नेतृत्व और वैश्विक प्रभाव का कारक माना जाता है. इसी नेतृत्व ऊर्जा ने अमेरिका को पिछले लगभग 300 वर्षों से दुनिया का नेतृत्वकर्ता देश बनाए रखा है. इस ग्रहण का प्रभाव अमेरिका की आंतरिक राजनीति और उसके राष्ट्रपति पद पर भी देखने को मिल सकता है. चूंकि ग्रहण सिंह और वृश्चिक की एक्सिस या फिर कहें धुरी पर पड़ रहा है इसलिए इसका प्रभाव न सिर्फ भारत और अमेरिका पर भी देखने को मिल सकता है.
नये साल में आमजन को इन बातों का रखना होगा ध्यान
ज्योतिष के अनुसार साल 2026 में आम नागरिकों को आर्थिक मामलों में विशेष रूप से सजग रहना चाहिए. आगामी साल में पूंजी को जोखिम में डालने से बचें तथा केवल कागज़ी निवेश (पेपर एसेट्स) पर अधिक निर्भर न रहें. SIP, इन्श्योरेंस या फिर अन्य दीर्घकालिक योजनाओं में भी सोच-समझकर कदम बढ़ाएं. 2025 के अंत और 2026 की शुरुआत को वित्तीय रूप से सावधानी वाला समय माना जा रहा है. दिसंबर 2025 और उसके बाद का वर्ष 2026 आर्थिक दृष्टि से भी उतार–चढ़ाव वाला माना जा रहा है. आगामी वर्ष में सोना और कृषि योग्य ज़मीन सबसे सुरक्षित निवेश रहेंगे.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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