जम्मू एवं कश्मीर में अमरनाथ यात्रा दो जुलाई से शुरू होगी। सालाना तीर्थयात्रा कुल 48 दिन तक चलेगी। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने एक बयान में यह जानकारी दी है। बयान में कहा गया है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वाधिक महत्व देते हुए, बोर्ड ने यात्रा की अवधि 48 दिन रखने का फैसला किया है।
बयान में कहा गया है, "यह 2 जुलाई को मासिक शिवरात्रि के पावन दिन शुरू होगी और 18 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा (रक्षा बंधन) के दिन समाप्त होगी।" बोर्ड के अध्यक्ष राज्यपाल एन.एन.वोहरा ने नई दिल्ली में हुई बोर्ड की 30वीं बैठक की अध्यक्षता की।
बयान में कहा गया है कि 2016 की यात्रा में हर रोज प्रति रूट के लिए 7500 श्रद्धालु पंजीकृत किए जाएंगे। ये उनके अलावा होंगे जो हेलीकाप्टर से पंजतरणी पहुंचेंगे। बयान में कहा गया है कि यात्रा परमिट के आवेदन से पहले संबंधित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा नामित चिकित्सकों/अस्पतालों से अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र (सीएचसी) लेना होगा।
29 फरवरी से शुरू होगा तीर्थयात्रियों का रजिस्ट्रेशन
अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने 32 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में फैले पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू एंड कश्मीर बैंक और यस बैंक की 432 विशेष शाखाओं के जरिए तीर्थयात्रियों के अग्रिम रजिस्ट्रेशन के लिए यात्रा परमिट फार्म के वितरण को युक्तिसंगत बनाने के लिए सीईओ द्वारा उठाए गए कदमों पर गौर किया।
पिछले साल की यात्रा के लिए 30 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 430 शाखाओं के जरिए फार्म का वितरण किया गया था। बोर्ड ने सीईओ को 29 फरवरी से दोनों मार्गों (बालटाल और चंदनवाड़ी) से तीर्थयात्रियों का अग्रिम रजिस्ट्रेशन शुरू करने के लिए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया। बोर्ड ने तीर्थयात्रा के दौरान अबाधित दूरसंचार संपर्क सुनिश्चित करने के लिए समय से कदम उठाने और अभियानों के जरिए जागरूकता पैदा करने के लिए भी सीईओ को निर्देश दिया।
बयान में कहा गया है, "यह 2 जुलाई को मासिक शिवरात्रि के पावन दिन शुरू होगी और 18 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा (रक्षा बंधन) के दिन समाप्त होगी।" बोर्ड के अध्यक्ष राज्यपाल एन.एन.वोहरा ने नई दिल्ली में हुई बोर्ड की 30वीं बैठक की अध्यक्षता की।
बयान में कहा गया है कि 2016 की यात्रा में हर रोज प्रति रूट के लिए 7500 श्रद्धालु पंजीकृत किए जाएंगे। ये उनके अलावा होंगे जो हेलीकाप्टर से पंजतरणी पहुंचेंगे। बयान में कहा गया है कि यात्रा परमिट के आवेदन से पहले संबंधित राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा नामित चिकित्सकों/अस्पतालों से अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाणपत्र (सीएचसी) लेना होगा।
29 फरवरी से शुरू होगा तीर्थयात्रियों का रजिस्ट्रेशन
अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने 32 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में फैले पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू एंड कश्मीर बैंक और यस बैंक की 432 विशेष शाखाओं के जरिए तीर्थयात्रियों के अग्रिम रजिस्ट्रेशन के लिए यात्रा परमिट फार्म के वितरण को युक्तिसंगत बनाने के लिए सीईओ द्वारा उठाए गए कदमों पर गौर किया।
पिछले साल की यात्रा के लिए 30 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 430 शाखाओं के जरिए फार्म का वितरण किया गया था। बोर्ड ने सीईओ को 29 फरवरी से दोनों मार्गों (बालटाल और चंदनवाड़ी) से तीर्थयात्रियों का अग्रिम रजिस्ट्रेशन शुरू करने के लिए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया। बोर्ड ने तीर्थयात्रा के दौरान अबाधित दूरसंचार संपर्क सुनिश्चित करने के लिए समय से कदम उठाने और अभियानों के जरिए जागरूकता पैदा करने के लिए भी सीईओ को निर्देश दिया।
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