अमरनाथ यात्रा जारी है
जम्मू:
अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra) के लिए 5 हजार 7 सौ 91 तीर्थयात्री सोमवार को रवाना हो गए. पुलिस ने बताया कि 4 हजार 47 और 1 हजार 744 तीर्थयात्रियों के दो समूह 201 वाहनों में सवार होकर भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुए.
अमरनाथ यात्रियों के लए जम्मू-तवी रेलवे स्टेशन पर CRPF ने बनाया हेल्प डेस्क
पहला समूह पहलगाम और दूसरा बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ. खराब मौसम की वजह से तीर्थयात्रा अस्थाई तौर पर रोक दी गई थी. यह तीर्थयात्रा तीन दिन तक स्थगित रही लेकिन मौसम में सुधार की वजह से इसे रविवार को बहाल कर दिया गया.
60 दिवसीय यह तीर्थयात्रा 28 जून को शुरू हुई थी और यह 26 अगस्त को समाप्त होगी.
आपको बता दें कि इस बार अमरनाथ यात्रा के लिए इलेक्ट्रोमेगनेटिक चिप, बाइक, बुलेटप्रूफ एसयूवी से लैस पुलिस काफिले और जगह-जगह बुलेटप्रूफ बंकर जैसे व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं.
यात्रा मार्ग जम्मू से वाया पहलगाम और बालटाल पर सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के 40 हजार से ज्यादा सशस्त्र जवानों को बंख्तरबंद गाड़ियों के साथ तैनात किया गया है. इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन का भी इस बार काफी इस्तेमाल किया जा रहा है.
'बम-बम भोले' से गूंज उठा अमरनाथ, शिव भक्त बोले- 'डर से ऊपर आस्था'
यात्रा मार्ग पर आतंकवादी किसी तरह की गड़बड़ी न कर पाएं, इसके लिए सेना की टुकड़ियों को भी तैनात किया गया है. अगर आतंकवादी कहीं हमला करने की कोशिश भी करते हैं तो उस दिशा में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तत्काल वहां भेजा जा सके, इसके लिए भी इंतजाम किए गए हैं.
यात्रा मार्ग पर सादे कपड़ों में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती और तीर्थ यात्रियों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए आशंका है कि आतंकवादी सुरक्षा बलों के शिविरों को निशाना बना सकते हैं. ऐसे में सभी सुरक्षा शिविरों को अलर्ट पर रखा गया है.
किसी भी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में मदद, राहत एवं बचाव के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया मोचन बल (एनडीआरएफ) की टुकड़ियों और जम्मू कश्मीर बचाव एवं राहत दस्तों को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है.
Video: अमरनाथ यात्रियों का स्वागत कर रहे हैं स्थानीय लोग
अमरनाथ यात्रियों के लए जम्मू-तवी रेलवे स्टेशन पर CRPF ने बनाया हेल्प डेस्क
पहला समूह पहलगाम और दूसरा बालटाल बेस कैंप के लिए रवाना हुआ. खराब मौसम की वजह से तीर्थयात्रा अस्थाई तौर पर रोक दी गई थी. यह तीर्थयात्रा तीन दिन तक स्थगित रही लेकिन मौसम में सुधार की वजह से इसे रविवार को बहाल कर दिया गया.
60 दिवसीय यह तीर्थयात्रा 28 जून को शुरू हुई थी और यह 26 अगस्त को समाप्त होगी.
आपको बता दें कि इस बार अमरनाथ यात्रा के लिए इलेक्ट्रोमेगनेटिक चिप, बाइक, बुलेटप्रूफ एसयूवी से लैस पुलिस काफिले और जगह-जगह बुलेटप्रूफ बंकर जैसे व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं.
यात्रा मार्ग जम्मू से वाया पहलगाम और बालटाल पर सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के 40 हजार से ज्यादा सशस्त्र जवानों को बंख्तरबंद गाड़ियों के साथ तैनात किया गया है. इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन का भी इस बार काफी इस्तेमाल किया जा रहा है.
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यात्रा मार्ग पर आतंकवादी किसी तरह की गड़बड़ी न कर पाएं, इसके लिए सेना की टुकड़ियों को भी तैनात किया गया है. अगर आतंकवादी कहीं हमला करने की कोशिश भी करते हैं तो उस दिशा में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तत्काल वहां भेजा जा सके, इसके लिए भी इंतजाम किए गए हैं.
यात्रा मार्ग पर सादे कपड़ों में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती और तीर्थ यात्रियों के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए आशंका है कि आतंकवादी सुरक्षा बलों के शिविरों को निशाना बना सकते हैं. ऐसे में सभी सुरक्षा शिविरों को अलर्ट पर रखा गया है.
किसी भी प्राकृतिक आपदा की स्थिति में मदद, राहत एवं बचाव के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया मोचन बल (एनडीआरएफ) की टुकड़ियों और जम्मू कश्मीर बचाव एवं राहत दस्तों को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है.
Video: अमरनाथ यात्रियों का स्वागत कर रहे हैं स्थानीय लोग
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