प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
दिल्ली में एक प्लेसमेंट एजेंसी के जरिये नौकरी की तलाश में आयी एक गर्भवती महिला के बच्चे को पैदा होते ही प्लेसमेंट एजेंसी के लोगों ने छीन लिया और बेच दिया. इतना ही नहीं, धमकी देकर महिला को वापस उसके घर भेज दिया. एक साल बाद महिला किसी तरह दुबारा दिल्ली आयी और पुलिस में मामला दर्ज कराया.
एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए असम की रहने वाली 22 साल की महिला ने बताया कि मई 2015 में वो नौकरी की तलाश में दिल्ली आई. तब वो 4 महीने की गर्भवती थी. उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के शकूरपुर में उसकी मुलाकत एक प्लेसमेंट एजेंसी चलाने वाले गंगी, आलम, आलम की पत्नी, गौरव शर्मा और कमल शर्मा से हुईं. गंगी नाम की महिला ने उसको भरोसा दिया की वो उसे किसी घर में नौकरानी का काम दिलवा देगी और गंगी ने उसे अपनी प्लेसमेंट एजेंसी में रहने के लिए कहा. जब वो 6 महीने की गर्भवती हो गयी तब गंगी ने उससे कहा कि उसे फिलहाल कहीं नौकरी नहीं मिल सकती क्योंकि वो गर्भवती है. महिला के मुताबिक इस दौरान गंगी और आलम ने उसे प्लेसमेंट एजेंसी में ही रखा.
अक्टूबर के महीने में असम की महिला ने दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में एक लड़के को जन्म दिया. उसके के मुताबिक 3 दिन भर्ती रहने के बाद जब वो अस्पताल से बाहर गयी तो ऑटो में बैठते ही गंगी और आलम ने जान से मारने की धमकी देते हुए बच्चा छीन लिया और ट्रेन का टिकट कटाकर उसे वापस असम भेज दिया.
महिला के मुताबिक उसने असम से गंगी को कई बार बच्चा मांगने के लिए फ़ोन किये लेकिन गंगी ने उससे कहा कि बच्चे को बेच दिया गया है और अगर वो बार-बार फ़ोन करेगी तो बच्चे की हत्या करवा दी जाएगी.
किसी तरह महिला कुछ दिन पहले दिल्ली पहुंची और फिर एक एनजीओ की मदद से उत्तर पश्चिमी दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस थाने में सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया. पुलिस के मुताबिक सभी आरोपी फरार हैं और उनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है.
एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए असम की रहने वाली 22 साल की महिला ने बताया कि मई 2015 में वो नौकरी की तलाश में दिल्ली आई. तब वो 4 महीने की गर्भवती थी. उत्तरी पश्चिमी दिल्ली के शकूरपुर में उसकी मुलाकत एक प्लेसमेंट एजेंसी चलाने वाले गंगी, आलम, आलम की पत्नी, गौरव शर्मा और कमल शर्मा से हुईं. गंगी नाम की महिला ने उसको भरोसा दिया की वो उसे किसी घर में नौकरानी का काम दिलवा देगी और गंगी ने उसे अपनी प्लेसमेंट एजेंसी में रहने के लिए कहा. जब वो 6 महीने की गर्भवती हो गयी तब गंगी ने उससे कहा कि उसे फिलहाल कहीं नौकरी नहीं मिल सकती क्योंकि वो गर्भवती है. महिला के मुताबिक इस दौरान गंगी और आलम ने उसे प्लेसमेंट एजेंसी में ही रखा.
अक्टूबर के महीने में असम की महिला ने दिल्ली के एक सरकारी अस्पताल में एक लड़के को जन्म दिया. उसके के मुताबिक 3 दिन भर्ती रहने के बाद जब वो अस्पताल से बाहर गयी तो ऑटो में बैठते ही गंगी और आलम ने जान से मारने की धमकी देते हुए बच्चा छीन लिया और ट्रेन का टिकट कटाकर उसे वापस असम भेज दिया.
महिला के मुताबिक उसने असम से गंगी को कई बार बच्चा मांगने के लिए फ़ोन किये लेकिन गंगी ने उससे कहा कि बच्चे को बेच दिया गया है और अगर वो बार-बार फ़ोन करेगी तो बच्चे की हत्या करवा दी जाएगी.
किसी तरह महिला कुछ दिन पहले दिल्ली पहुंची और फिर एक एनजीओ की मदद से उत्तर पश्चिमी दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस थाने में सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया. पुलिस के मुताबिक सभी आरोपी फरार हैं और उनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है.
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