प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
बाहरी दिल्ली के शाहबाद डेरी थाना इलाके के मेट्रो विहार इलाके में एक तीन साल के बच्चे की एक स्कूल बस के नीचे आने से मौत हो गई। तीन साल का आदित्य अपने घर के पास खेल रहा था तभी वो बस की चपेट में आ गया। गुस्साई भीड़ ने अपना गुस्सा बस और ड्राइवर पर निकाला।
लोगों का आरोप है कि स्कूल बस ड्राइवर शराब के नशे में था। जब पुलिस पहुंची तो लोगों ने उसे भी नहीं बख्शा। भीड़ और पुलिस के बीच पत्थरबाजी हुई। 12 पुलिस वाले घायल हो गए। शुरू में पुलिस की संख्या कम थी तो लोगों ने पुलिस की जिप्सी में तोड़-फोड़ की। बाइक में आग लगा दी। रेलवे ट्रैक पर शताब्दी ट्रेन को रोक दी।
रेलवे फाटक पर तोड़-फोड़ की गई। इसके बाद और पुलिस फोर्स बुलाई गई। हजारों की तादाद में लोग तोड़-फोड़ करने में लगे थे। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने पहले भीड़ पर आंसू गैस के गोले छोड़े और फिर भी हालात नहीं काबू में हुआ तो हवा में गोलियां भी चलाईं। गोली लगने से एक स्थानीय युवक की मौत भी हो गई।
लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ढंग से भीड़ को कंट्रोल करती तो हालात काबू में भी रहते और एक आदमी को अपनी जान से हाथ न धोना पड़ता।
लोगों का आरोप है कि स्कूल बस ड्राइवर शराब के नशे में था। जब पुलिस पहुंची तो लोगों ने उसे भी नहीं बख्शा। भीड़ और पुलिस के बीच पत्थरबाजी हुई। 12 पुलिस वाले घायल हो गए। शुरू में पुलिस की संख्या कम थी तो लोगों ने पुलिस की जिप्सी में तोड़-फोड़ की। बाइक में आग लगा दी। रेलवे ट्रैक पर शताब्दी ट्रेन को रोक दी।
रेलवे फाटक पर तोड़-फोड़ की गई। इसके बाद और पुलिस फोर्स बुलाई गई। हजारों की तादाद में लोग तोड़-फोड़ करने में लगे थे। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने पहले भीड़ पर आंसू गैस के गोले छोड़े और फिर भी हालात नहीं काबू में हुआ तो हवा में गोलियां भी चलाईं। गोली लगने से एक स्थानीय युवक की मौत भी हो गई।
लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ढंग से भीड़ को कंट्रोल करती तो हालात काबू में भी रहते और एक आदमी को अपनी जान से हाथ न धोना पड़ता।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं