दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
CAG की रिपोर्ट में दिल्ली में केजरीवाल सरकार के रहते राशन घोटाला होने की बात सामने आई थी. जबकि अब खुद दिल्ली की केजरीवाल सरकार दावा कर रही है कि एलजी और आला अधिकारियों की सरपरस्ती में दिल्ली में बीते महीने राशन का OTP घोटाला हो गया. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके बताया कि 'दिल्ली में मार्च महीने में कुल 41 हज़ार ट्रांजैक्शन हुए जिसमें हमारी शुरुआती जांच में पाया गया कि 1549 घरों का राशन तो मात्र 11 फ़ोन नंबर पर OTP लेकर दे दिया गया और इसमें 500 घरों का राशन तो एक सिंगल नंबर पर दिया गया है.'
सिसोदिया के मुताबिक वो पहले से एलजी से मांग कर रहे हैं कि राशन के लिए POS सिस्टम यानी पॉइंट ऑफ सेल सिस्टम बंद करें जिसमे राशन मिलने में लोगों को दिक्कत हो रही है लेकिन एलजी ने बंद नहीं किया बल्कि POS में OTP यानी वन टाइम पासवर्ड वाला सिस्टम लगा दिया. जब खाद्य आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन ने OTP सिस्टम का ब्यौरा मांगा तो विभाग ने ये सिस्टम बंद कर दिया. और जो डेटा दिया उसकी शुरुआती जांच में पाया गया कि आदर्श नगर में एक ही राशन दुकान ने 499 राशन कार्ड का राशन एक ही फ़ोन नंबर पर OTP भेजकर दिया. बुराड़ी में 155 राशन कार्ड एक ही फ़ोन से जुड़े थे. कुल मिलकर 1549 राशन कार्ड का राशन सिर्फ़ 11 फ़ोन नंबर पर OTP भेजकर दिया गया. मार्च महीने में शुरू हुआ OTP सिस्टम अब बंद हो चुका है. सरकार की एलजी से मांग है कि फ़ूड कमिश्नर पर कार्रवाई हो, राशन दुकान पर पॉइंट ऑफ सेल सिस्टम बंद हो और डोर स्टेप डिलीवरी शुरू की जाए.
क्या है OTP सिस्टम?
अब आप सोच रहे होंगे कि ये OTP है क्या? तो दिल्ली सरकार ने 1 जनवरी से राशन का नया सिस्टम लागू किया था जिसको पॉइंट ऑफ सेल कहते हैं. जिसमे राशन लेने वाले की पहचान उसकी उंगलियों से आधार के ज़रिए होती है. लेकिन अक्सर लोगों की उंगलियां इस सिस्टम में मेल नहीं खाती थीं जिससे उनको राशन में देरी होती थी. तो सरकार ने OTP सिस्टम लागू किया जिसमें अगर आपकी उंगलियां मैच ना हुईं तो आपको आपके मोबाइल फ़ोन पर एक OTP यानी वन टाइम पासवर्ड भेजा जाता था जो दिखाकर राशन मिल जाता था. लेकिन एक मोबाइल फ़ोन नंबर पर केवल एक ही राशन कार्ड जुड़ा हो सकता है जबकि सरकार ने करीब 500 राशन कार्ड एक ही नंबर से जुड़े पाए. यानी 500 लोगों के राशन लेने के लिए एक ही मोबाइल नंबर पर OTP भेजा गया. मतलब कोई एक ही आदमी 500 लोगों का राशन ले गया. यही है दिल्ली में राशन का OTP घोटाला.
क्या कहते हैं राशन दुकानदार
दिल्ली के गीता कॉलोनी में बीते 22 साल से राशन दुकान चला रहे सुरेश कुमार ने बताया कि आज से 4-5 साल पहले जब राशन कार्ड के फॉर्म भरे गए थे तो खुद उन्होंने भी बहुत से लोगों के कहने पर अपना फ़ोन नंबर उनके राशन कार्ड से जुड़वा दिया. सुरेश ने बताया कि कई बार गरीब लोग और जानने वाले लोग खुद उनसे अपना फ़ोन उनके राशन कार्ड के साथ जुड़वाते हैं. लेकिन उनका कहना है कि उनको नहीं पता था कि किसी दिन ये OTP समस्या होगी. सुरेश नेंखुद बताया कि उनके अपने नंबर पर 10 लोगों को राशन कार्ड जुड़ा है यानी इस पूरे मामले को गंभीरता से देखने की ज़रूरत है. कितने ओटीपी मदद के लिए थे और कितने का इस्तेमाल घपले के लिए हुआ.
सिसोदिया के मुताबिक वो पहले से एलजी से मांग कर रहे हैं कि राशन के लिए POS सिस्टम यानी पॉइंट ऑफ सेल सिस्टम बंद करें जिसमे राशन मिलने में लोगों को दिक्कत हो रही है लेकिन एलजी ने बंद नहीं किया बल्कि POS में OTP यानी वन टाइम पासवर्ड वाला सिस्टम लगा दिया. जब खाद्य आपूर्ति मंत्री इमरान हुसैन ने OTP सिस्टम का ब्यौरा मांगा तो विभाग ने ये सिस्टम बंद कर दिया. और जो डेटा दिया उसकी शुरुआती जांच में पाया गया कि आदर्श नगर में एक ही राशन दुकान ने 499 राशन कार्ड का राशन एक ही फ़ोन नंबर पर OTP भेजकर दिया. बुराड़ी में 155 राशन कार्ड एक ही फ़ोन से जुड़े थे. कुल मिलकर 1549 राशन कार्ड का राशन सिर्फ़ 11 फ़ोन नंबर पर OTP भेजकर दिया गया. मार्च महीने में शुरू हुआ OTP सिस्टम अब बंद हो चुका है. सरकार की एलजी से मांग है कि फ़ूड कमिश्नर पर कार्रवाई हो, राशन दुकान पर पॉइंट ऑफ सेल सिस्टम बंद हो और डोर स्टेप डिलीवरी शुरू की जाए.
क्या है OTP सिस्टम?
अब आप सोच रहे होंगे कि ये OTP है क्या? तो दिल्ली सरकार ने 1 जनवरी से राशन का नया सिस्टम लागू किया था जिसको पॉइंट ऑफ सेल कहते हैं. जिसमे राशन लेने वाले की पहचान उसकी उंगलियों से आधार के ज़रिए होती है. लेकिन अक्सर लोगों की उंगलियां इस सिस्टम में मेल नहीं खाती थीं जिससे उनको राशन में देरी होती थी. तो सरकार ने OTP सिस्टम लागू किया जिसमें अगर आपकी उंगलियां मैच ना हुईं तो आपको आपके मोबाइल फ़ोन पर एक OTP यानी वन टाइम पासवर्ड भेजा जाता था जो दिखाकर राशन मिल जाता था. लेकिन एक मोबाइल फ़ोन नंबर पर केवल एक ही राशन कार्ड जुड़ा हो सकता है जबकि सरकार ने करीब 500 राशन कार्ड एक ही नंबर से जुड़े पाए. यानी 500 लोगों के राशन लेने के लिए एक ही मोबाइल नंबर पर OTP भेजा गया. मतलब कोई एक ही आदमी 500 लोगों का राशन ले गया. यही है दिल्ली में राशन का OTP घोटाला.
क्या कहते हैं राशन दुकानदार
दिल्ली के गीता कॉलोनी में बीते 22 साल से राशन दुकान चला रहे सुरेश कुमार ने बताया कि आज से 4-5 साल पहले जब राशन कार्ड के फॉर्म भरे गए थे तो खुद उन्होंने भी बहुत से लोगों के कहने पर अपना फ़ोन नंबर उनके राशन कार्ड से जुड़वा दिया. सुरेश ने बताया कि कई बार गरीब लोग और जानने वाले लोग खुद उनसे अपना फ़ोन उनके राशन कार्ड के साथ जुड़वाते हैं. लेकिन उनका कहना है कि उनको नहीं पता था कि किसी दिन ये OTP समस्या होगी. सुरेश नेंखुद बताया कि उनके अपने नंबर पर 10 लोगों को राशन कार्ड जुड़ा है यानी इस पूरे मामले को गंभीरता से देखने की ज़रूरत है. कितने ओटीपी मदद के लिए थे और कितने का इस्तेमाल घपले के लिए हुआ.
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