नई दिल्ली:
जासूसी कांड मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की पूछताछ में गिफ्तार आरोपी एक के बाद एक चौंकने वाले खुलासे कर रहे हैं. अब तक इस मामले में पुलिस की टीम चार लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिनसे पूछताछ के बाद पुलिस का दावा है कि इस केस में और भी गिरफ्तारियां जल्द हो सकती हैं.
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में शनिवार को क्राइम ब्रांच ने सपा से राज्यसभा से सांसद मुनव्वर सलीम के पीए फरहत को गिफ्तार किया था. पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि देश की संवेदनशील जानकारियों को ISI एजेंट से साझा करने के लिए उसने कई सीक्रेट कोड भी बना रखे थे.
ये कोड कुछ इस तरह हैं...
- पिज्जा यानी की अंसल प्लाजा में होगी मुलाकात
- बर्गर का मतलब होता था दिल्ली का पीतमपुरा इलाका
- कॉफी का प्रीत विहार मॉल
- पेप्सी का मतलब उसी जगह मुलाकात होगी जहां पहले हुई थी
यही नहीं अगर फरहत के जानकारी या दस्तावेज आते तो वो अपने पाकिस्तानी आकाओं को देने के लिए मैसेज देता कि 'कागज और कलम लेकर आ जाऊंगा.'
फरहत 1996 से दिल्ली में सांसदों के पीए का काम कर रहा है और शक है कि ये आईएसआई को पार्लियामेंट और कई जानकारियां दिया करता था. सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी के सांसद मुनव्वर सलीम के अलावा ये मुनव्वर हसन के पास भी काम कर चुका है, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं. पुलिस की पूछताछ में महमूद अख्तर ने बताया था कि फरहत से उसकी मुलाकात दिल्ली के मंडी हाउस इलाके में हुआ करती थी. फरहत को देश से जुड़े एक दस्तावेज पर 1 से 2 लाख रुपये मिला करते थे.
सूत्रों के मुताबिक जासूसी कांड में राजस्थान से गिफ्तार वीसा एजेंट शोएब की कई बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीरें हैं जो उसने अपने फेसबुक पेज पर डाली हुई थी. हालांकि पुलिस इसकी सत्यता की जांच कर रही है. इस मामले में पूछताछ का सिलसिला जारी है. पाकिस्तान हाई कमीशन के 4 और अधिकारियों के नाम सामने आ चुके हैं.
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में शनिवार को क्राइम ब्रांच ने सपा से राज्यसभा से सांसद मुनव्वर सलीम के पीए फरहत को गिफ्तार किया था. पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि देश की संवेदनशील जानकारियों को ISI एजेंट से साझा करने के लिए उसने कई सीक्रेट कोड भी बना रखे थे.
ये कोड कुछ इस तरह हैं...
- पिज्जा यानी की अंसल प्लाजा में होगी मुलाकात
- बर्गर का मतलब होता था दिल्ली का पीतमपुरा इलाका
- कॉफी का प्रीत विहार मॉल
- पेप्सी का मतलब उसी जगह मुलाकात होगी जहां पहले हुई थी
यही नहीं अगर फरहत के जानकारी या दस्तावेज आते तो वो अपने पाकिस्तानी आकाओं को देने के लिए मैसेज देता कि 'कागज और कलम लेकर आ जाऊंगा.'
फरहत 1996 से दिल्ली में सांसदों के पीए का काम कर रहा है और शक है कि ये आईएसआई को पार्लियामेंट और कई जानकारियां दिया करता था. सूत्रों के मुताबिक समाजवादी पार्टी के सांसद मुनव्वर सलीम के अलावा ये मुनव्वर हसन के पास भी काम कर चुका है, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं. पुलिस की पूछताछ में महमूद अख्तर ने बताया था कि फरहत से उसकी मुलाकात दिल्ली के मंडी हाउस इलाके में हुआ करती थी. फरहत को देश से जुड़े एक दस्तावेज पर 1 से 2 लाख रुपये मिला करते थे.
सूत्रों के मुताबिक जासूसी कांड में राजस्थान से गिफ्तार वीसा एजेंट शोएब की कई बीजेपी नेताओं के साथ तस्वीरें हैं जो उसने अपने फेसबुक पेज पर डाली हुई थी. हालांकि पुलिस इसकी सत्यता की जांच कर रही है. इस मामले में पूछताछ का सिलसिला जारी है. पाकिस्तान हाई कमीशन के 4 और अधिकारियों के नाम सामने आ चुके हैं.
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