नई दिल्ली:
एक तरफ जहां पुलिस सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी के चोरी हुए नोबेल पुरस्कार की नकल और दूसरे अवॉर्ड का पता अब तक नहीं लगा सकी है, वहीं सत्यार्थी ने शनिवार को अमेरिका से लौटते ही चोर से अपील की है कि वह उनके अवार्ड लौटा दें. शनिवार की सुबह जब कैलाश सत्यार्थी अमेरिका से लौटे तो घर में बिखरे सामान को देखकर हैरान रह गए, गहनों और कीमती सामान के साथ उनके नोबल पुरस्कार की रेप्लिका और सारे अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार गायब मिले.
कैलाश सत्यार्थी का कहना है कि उन्हें पुलिस की जांच पर भरोसा है लेकिन जो अवॉर्ड चोरी हुआ है वो केवल उन्हें मिला अवार्ड नहीं है बल्कि देश की धरोहर है. जिन लोगों ने चोरी किया है वो भी देश के ही नागरिक हैं, ऐसे में यह जिम्मेदारी सबकी है कि अवार्ड वापस आए. उन्होंने चोरों से अपील करते हैं कि उनके अवार्ड लौटा दिए जाएं. कैलाश सत्यार्थी का कहना है कि उन पर और उनके परिवार पर कई बार हमले हुए हैं. ऐसे में यह चोरी उनके हौंसले को डिगा नहीं पायेगी. पुलिस की टीम इस मामले की जांच में लगी हुई हैं और दावा है कि घटना से जुड़े कुछ सुराग भी मिले हैं.
गौरतलब है कि मंगलवार को नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के घर चोरी का मामला सामने आया जब दूसरे सामान के साथ चोर नोबेल पुरस्कार की रेप्लिका भी ले गए. उनके कालकाजी इलाके में बने अरावली अपार्टमेंट में चोरी हुई. जब कैलाश के एनजीओ 'बचपन बचाओ आंदोलन' से जुड़े राकेश सेंगर सुबह करीब 9 बजे जब वह किसी काम से कैलाश के घर पहुंचे तो देखा कि एक धोबी बार-बार दरवाजे की घंटी बजा रहा है. इस पर राकेश ने कहा कि वह तो बाहर गए हैं, घंटी क्यों बजा रहे हो. इतने में राकेश की नजर ताले पर पड़ी, जो टूटा हुआ था.
कैलाश सत्यार्थी का कहना है कि उन्हें पुलिस की जांच पर भरोसा है लेकिन जो अवॉर्ड चोरी हुआ है वो केवल उन्हें मिला अवार्ड नहीं है बल्कि देश की धरोहर है. जिन लोगों ने चोरी किया है वो भी देश के ही नागरिक हैं, ऐसे में यह जिम्मेदारी सबकी है कि अवार्ड वापस आए. उन्होंने चोरों से अपील करते हैं कि उनके अवार्ड लौटा दिए जाएं. कैलाश सत्यार्थी का कहना है कि उन पर और उनके परिवार पर कई बार हमले हुए हैं. ऐसे में यह चोरी उनके हौंसले को डिगा नहीं पायेगी. पुलिस की टीम इस मामले की जांच में लगी हुई हैं और दावा है कि घटना से जुड़े कुछ सुराग भी मिले हैं.
गौरतलब है कि मंगलवार को नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी के घर चोरी का मामला सामने आया जब दूसरे सामान के साथ चोर नोबेल पुरस्कार की रेप्लिका भी ले गए. उनके कालकाजी इलाके में बने अरावली अपार्टमेंट में चोरी हुई. जब कैलाश के एनजीओ 'बचपन बचाओ आंदोलन' से जुड़े राकेश सेंगर सुबह करीब 9 बजे जब वह किसी काम से कैलाश के घर पहुंचे तो देखा कि एक धोबी बार-बार दरवाजे की घंटी बजा रहा है. इस पर राकेश ने कहा कि वह तो बाहर गए हैं, घंटी क्यों बजा रहे हो. इतने में राकेश की नजर ताले पर पड़ी, जो टूटा हुआ था.
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