पुलिस की गिरफ्त में दोनों ड्रग्स तस्कर
नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने दो बड़े ड्रग्स तस्करों को करीब 12 क्विंटल पॉपी स्ट्रॉ ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है, जिसकी कीमत करीब 10 करोड़ रुपये है. ये खेप झारखंड के नक्सली इलाके से लायी गयी थी और पंजाब ले जाई जा रही थी. अब तक ये गैंग करीब 700 करोड़ की ड्रग्स सप्लाई कर चुका है. स्पेशल सेल को एक पुख्ता जानकारी हाथ लगी थी कि झारखंड से दिल्ली होते हुए ड्रग्स की एक बड़ी खेप ट्रक के जरिए पंजाब पहुंचने वाली है. जैसे ही दिल्ली के बुराड़ी इलाके के फ्लाईओवर पर ड्रग्स से लदा ये ट्रक निकल रहा था, उसी वक्त स्पेशल सेल की टीम ने उस ट्रक को रुकवाया और सघन तलाशी के बाद उस ट्रक से करीब 60 प्लास्टिक के बैग में पॉपी स्ट्रॉ की खेप बरामद कर ली गई.
पुलिस पूछताछ में ड्रग्स की इस खेप के साथ पकड़े गए पंजाब के पटियाला के रहने वाले भीम गिरी और रविन्द्र सिंह ने खुलासा किया कि ये पिछले पांच साल से झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाके चतरा, डाल्टनगंज, लातेहार, धनबाद और गया से पॉपी स्ट्रॉ नाम की ये ड्रग्स लाते हैं. हर महीने 2 चक्कर लगाते हैं, अब तक करीब 800 क्विंटल ड्रग्स ये दोनों पंजाब पहुंचा चुके हैं. 800 क्विंटल ड्रग्स की कीमत अंतराष्ट्रीय बाजार में करीब 700 करोड़ बताई जा रही है.
बता दें कि तमाम अलग-अलग तरीके के ड्रग्स में पॉपी स्ट्रॉ सबसे सस्ती ड्रग्स बताई जाती है, जिसकी सबसे ज्यादा खपत गरीब तबके के लोगों में है. फ़िलहाल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ये पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि झारखंड के जिन नक्सल प्रभावित इलाकों में ड्रग्स की ये पैदावार हो रही है वहां इसके पीछे किन नक्सलियों का हाथ है और इस ड्रग्स की पैदावार और उसकी बड़ी तादाद में पंजाब में खपत से होने वाली मोटी कमाई का इस्तेमाल कहीं नक्सली गतिविधियों में तो नहीं किया जा रहा.
पुलिस पूछताछ में ड्रग्स की इस खेप के साथ पकड़े गए पंजाब के पटियाला के रहने वाले भीम गिरी और रविन्द्र सिंह ने खुलासा किया कि ये पिछले पांच साल से झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाके चतरा, डाल्टनगंज, लातेहार, धनबाद और गया से पॉपी स्ट्रॉ नाम की ये ड्रग्स लाते हैं. हर महीने 2 चक्कर लगाते हैं, अब तक करीब 800 क्विंटल ड्रग्स ये दोनों पंजाब पहुंचा चुके हैं. 800 क्विंटल ड्रग्स की कीमत अंतराष्ट्रीय बाजार में करीब 700 करोड़ बताई जा रही है.
बता दें कि तमाम अलग-अलग तरीके के ड्रग्स में पॉपी स्ट्रॉ सबसे सस्ती ड्रग्स बताई जाती है, जिसकी सबसे ज्यादा खपत गरीब तबके के लोगों में है. फ़िलहाल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ये पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि झारखंड के जिन नक्सल प्रभावित इलाकों में ड्रग्स की ये पैदावार हो रही है वहां इसके पीछे किन नक्सलियों का हाथ है और इस ड्रग्स की पैदावार और उसकी बड़ी तादाद में पंजाब में खपत से होने वाली मोटी कमाई का इस्तेमाल कहीं नक्सली गतिविधियों में तो नहीं किया जा रहा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं